कोलकाता। देश व्यापी हड़ताल का असर देश में चाहे जो भी रहा हो लेकिन इस राज्य में हड़ताल को विफल करने के लिये राज्य सरकार ने हर वह सम्भावित प्रयास किया जो राज्य सरकार कर सकती थी। वैसे उक्त प्रयास का असर भी हड़ताल के दिन साफ नजर आया । राज्य सरकार के तमाम विभागों में इस दिन पिकनिक का माहौल रहा और सरकारी कर्मी खा पीकर मस्त रहें। गुरुवार की शाम से ही राज्य सचिवालय सह खाद्य भवन, जल सम्पदा विभाग ही नहीं तमाम सरकारी कार्यालय में सरकारी कर्मियों का जमवाड़ा लगा रहा। सरकारी कर्मचारी मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के फरमान पर सरकारी कार्यालयों में तैनात दिखें और इन कार्यालयों में ही उन लोगों की रात कटी।जबकि सुबह होते ही सरकारी कार्यालयों में सरकारी कर्मियों ने किचतना काम किया यह तो बहस का विषय तो हो सकता है लेकिन सरकारी कर्मियों की इस दिन छनती रही। जम के खान-पान का उन्होंने लुफ्त उठाया और  राज्य सरकार के हड़ताल विरोधी अभियान में अपनी भूमिका निभाई। इस हड़ताल में 18 करोड़ से अधिक श्रमिक भाग ले रहे हैं। ट्रेड यूनियनों की इस देशव्यापी हड़ताल से सार्वजनिक परिवहन, बैंकिंग और दूरसंचार जैसी आवश्यक सेवाएं प्रभावित हैं जिससे आज सभी लोगों को कई मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। यूनियनों का दावा है कि इस साल की हड़ताल अधिक प्रभावी रहेगी क्योंकि हड़ताल में 18 करोड़ श्रमिक शामिल होंगे। पिछले साल की हड़ताल में 14 करोड़ श्रमिक शामिल हुए थे।

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