कोलकाता। जहां राज्य में तृणमूल कांग्रेस विरोधियों के बीच अपने झंडे गाड़ रही है वहीं उक्त पार्टी को एक और बड़ी उपलब्धी मिलने वाली है। पार्टी को राष्ट्रीय दल की मंजूरी मिलने जा रही है। बताया जाता है कि चुनाव आयोग की ओर से इस बारे में तृणमूल को सूचित किया गया है। चुनाव आयोग के नियमों के मुताबिक कम से कम चार राज्यों में पंजीकृत राजनीतिक दल को ही राष्ट्रीय राजनीतिक दल की मान्यता मिलती है। तृणमूल कांग्रेस पश्चिम बंगाल के अलावा अरुणाचल प्रदेश, मणिपुर और त्रिपुरा में राजनीतिक दल के तौर पर पंजीकृत है। यही नहीं उत्तर पूर्व के तीन राज्यों में अरुणाचल को छोड़ कर दोनों में तृणमूल कांग्रेस के विधायक भी हैं।मालूम हो कि किसी राजनीतिक दल को राष्ट्रीय दल की स्वीकृति हासिल करने के लिए कम से कम चार राज्यों में पंजीकृत होना चाहिए। इसके अलावा भी राष्ट्रीय दल की स्वीकृति के लिए कई उपाय हैं।किसी चार राज्यों के विधानसभा में प्रतिनिधित्व या वैध वोटों का छह फीसदी हासिल करना, चार राज्यों में कम से कम चार विधायक होने से भी स्वीकृति मिल जाती है। तृणमूल कांग्रेस नेता मुकुल राय ने कहा कि चुनाव आयोग की ओर से जल्द ही इस बारे में घोषणा की जाएगी। बहरहाल यह अलग बात है कि राष्ट्रीय स्तर पर तृणमूल कांग्रेस किस स्तर पर राजनीतिक प्रभाव का विस्तार कर पाएगी।

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