कोलकाता/नईदिल्ली। भाजपा के साथ जूड़ते ही मशहूर गायक बाबुल सुप्रियो की जिंदगी में कई तरह के बदलाव आये । बाबुल सुप्रियो की जिन्दगी ने एक और नई करवट ली है। पहले वो बीजेपी के टिकट पर बंगाल से सांसद बने,फिर पहली बार के एमपी को मोदी सरकार के मंत्रिमंडल में जगह भी मिल गई और अब उनकी जिंदगी में एक और खुशी का लम्हा आने जा रहा है। बाबुल सुप्रियो 9 अगस्त को दिल्ली में शादी करने जा रहे हैं। संसद सत्र के चलते बाबुल अपनी शादी की तैयारियों में कम ही वक्त दे पा रहे हैं। वो लगातार संसद आ रहे हैं। लेकिन वो और उनका स्टाफ मौका मिलने पर इस खास लम्हे को खूबसूरत बनाने का कोई मौका नहीं छोड़ रहे। बाबुल अपनी शादी सादगी से करना चाहते हैं इसीलिए बाहर से आने वाले अपने मेहमानों को दिल्ली में रुकवाने के लिए उन्होंने किसी फाइव स्टार के बजाय नए बंग भवन को पसंद किया। अब बाबुल को 14 कमरों की दरकार थी। बुकिंग की कोशिश करने पर जानकारी मिली कि 14 कमरे एक साथ किसी एक एमपी के नाम पर नहीं बुक हो सकते। ऐसे में बाबुल का परेशान होना लाजिमी ही था। बात अपनी शादी और सादगी की थी, ऐसे में बंगाल में अपने सियासी मतभेदों को भुलाकर बाबुल ने बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को अपने मोबाइल से एक भेजकर भेजकर मदद मांगी। सूत्रों के मुताबिक, बाबुल ने सिर्फ 14 कमरे बुक करवा देने की गुजारिश की और कहा कि उसका बिल वो दे देंगे .दरअसल, बंग भवन सीधे बंगाल सरकार के अधीन आता है। फिर क्या था, मैसेज मिलते ही दीदी की ममता फौरन जागी। एक कदम आगे बढ़ते हुए ममता ने बाबुल को फोन कर कहा कि आपके लिए 14 कमरे बुक हो जाएंगे और उसका बिल आपको नहीं देना है, ये मेरी तरफ से आपको शादी का गिफ्ट है।खुशी का ठिकाना नहीं रहा। अब बाबुल राहत की सांस ले रहे हैं। आखिर शहनाई बजने के पहले बाबुल को सुकून जो मिल गया है।  सूत्रों की मानें तो दीदी की ममता के चलते बाबुल के सियासी तेवर भी कुछ वक्त के लिए ही सही, मगर नरम पड़ गए हैं। बतौर बंगाल एमपी बाबुल सुप्रियो आदर्श ग्राम योजना में राज्य सरकारों के असहयोग का मुद्दा उठाने वाले थे, जिसके चलते उनको बंगाल की ममता सरकार को घेरना पड़ता। लेकिन ममता के तोहफे ने बाबुल के दिल को इतना छू लिया कि उन्होंने इस मामले को अपनी शादी के बाद उठाने का फैसला किया। तो अब तय है कि 9 अगस्त को दिल्ली में सितारों की महफिल में गूंजेगा । बस सबको इंजार है बाबुल के विवाह का।

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