दिल्ली/कोलकाता। देश भर में   लेखिका व माजिक कार्यकर्ता महाश्वेता देवी के निधन पर उन्हें श्रद्धांजलि दी गई । वहीं राज्यसभा ने प्रख्यात लेखिका और सामाजिक कार्यकर्ता महाश्वेता देवी के निधन पर आज शोक जताया और सदस्यों ने उनके सम्मान में कुछ क्षणों का मौन रखकर उन्हें श्रद्धांजलि दी। सुबह राज्यसभा की बैठक शुरू होने पर सभापति हामिद अंसारी ने उनके निधन होने का जिक्र किया।
समाज के वंचित वर्गो एवं आदिवासियों के अधिकारों के लिए संघर्ष करने वाली महाश्वेता देवी का कल निधन हो गया था। वह 91 वर्ष की थीं।

उन्होंने कहा कि ढाका (अब बांग्लादेश) में पैदा हुयीं महाश्वेता देवी ने शांति निकेतन और कलकत्ता विश्वविद्यालय में शिक्षा ग्रहण की थी। अंसारी ने कहा कि महाश्वेता देवी को पद्मविभूषण, पद्म श्री, रमन मैगासायसाय, साहित्य अकादमी जैसे प्रतिष्ठित सम्मानों से सम्मानित किया गया। उन्होंने उनके साहित्य सृजन का उल्लेख करते हुए कहा कि महाश्वेता देवी के करियर की शुरूआत कालेज शिक्षक के रूप में हुयी। बाद में वह लेखन के अलावा पत्रकारिता से भी जुड़ी रहीं।

 

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