पीड़ित श्रमिक ने तोड़ा अस्पताल में दम

कोलकाता/बांकुड़ा। आमतौर पर डॉक्टरों को इस धरती पर भगवान का दुसरा स्वरुप भी माना जाता है। लेकिन एक डॉक्टर ने महज इसलिये एक रंग करने वाले एक श्रमिक की हत्या कर दी क्यों कि उसके कार पर दो बूंद पेंट गिर गया था। घटना बांकुड़ा जिले की है। डॉ देबिल सोरेन की पिटाई से घायल प्रशांत देवघरिया ने शनिवार को एसएसकेएम अस्पताल में दम तोड़ दिया। पुलिस व लोगों ने बताया कि सालबनी गांव के रहने वाले देवघरिया और उनके साथी अपूर्ब पात्रा आजीविका के लिए बिजली के खंभे पेंट कर रहे थे। इसी दौरान धोखे से कुछ बूंद पेंट डॉ देबिल सोरेन की कार पर गिर गए। इससे गुस्साकर डॉ देबिल ने बांस के डंडे से उनकी पिटाई कर दी। बांकुड़ा सम्मिलानी मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल में जनरल फिजिशन सोरेन ने कथित तौर पर पीड़ित के सिर पर तब तक वार किए जब तक कि वह बेहोश नहीं हो गया। पात्रा को भी हाथ में चोट आई है। पात्रा ने बताया, ‘हम बांकुरा सम्मिलानी मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल के प्रिंसिपल के घर के पीछे बिजली के खंभे को पेंट कर रहे थे और उसके पास एक लाल रंग की मारुति कार पार्क थी। हमने कार के मालिक से उसे हटाने का आग्रह किया, लेकिन उन्होंने नहीं सुनी। जब वह वापस आए तो उन्होंने देखा कि कार पर दो बूंद पेंट गिर गया है। हमने उन्हें बहुत समझाने की कोशिश की कि पेंट धोखे से गिरा है, लेकिन उन्होंने एक न सुनी और सड़क से बांस का डंडा उठाकर हमारे ऊपर हमला कर दिया। वह देवघरिया के सिर पर तब तक मारते रहे जब तक वह बेहोश होकर गिर नहीं गया।’ बांकुड़ा सदर पुलिस थाने के प्रभारी राजश्री दत्ता ने कहा कि पीड़ित के चाचा की शिकायत पर मामला दर्ज कर लिया गया है। उन्होंने बताया कि आरोपी अपने परिवार के साथ फरार है। खबर के लिखे जाने तक मामले में किसी को गिरफ्तार नहीं किया गया था।

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