ऐतिहासिक व प्राचीन उत्सव का साक्षी बना हुगली

कोलकाता/हुगली। महागनर कोलकाता सहित राज्य भर  में रथयात्रा का आयोजन धूमधाम से किया गया। वहीं श्रद्धांलुओं के लिये आकषर्ण का केद्र रहे इस्कान की रथयात्रा में हर बार की तरह इस बार भी श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी। इस बार भी मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इस्कान की रथयात्रा का श्रीगणेश किया। इस दौरान रितुपूर्णा सेन गुप्ता, कोयल मल्लिक आदी मौजूद रहें।  इधर हुगली जिले में चार ऐतिहासिक रथयात्रा का आयज होता है | इनमें सबसे प्राचीन रथ श्रीरामपुर के महेश इलाके की है जो इस साल 620 साल मना रही है | बाकी किसी का 500 साल के आसपास है तो किसी का तीन के ऊपर है तो किसी का ढाई सौ साल है | इनमे बालागढ़ के गुप्तिपाड़ा का रथ , चंदननगर के लक्ष्मीगंज का रथ और धनियाखाली का गुड़ाप इलाके का रथ। उक्त रथयात्रों को देखने के लिए भारी भीड़ उमड़ी |  रथयात्रा के पावन दिन पर भगवान महेश के जगन्नाथ के मंदिर में पुजारियों द्वारा सुबह 8 बजे से पूजा आरती प्रारंभ की गयी। दोपहर भगवान जगन्नाथ, बलराम व सुभद्रा को मुख्य मंदिर से निकालकर बारी – बारी से रथ के चौथे तल्ले में विराजमान किया गया। शाम से पहले महेश की भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा का श्री गणेश हुआ। भगवान जगन्नाथ स्न्नानयात्रा सम्पन्न  होने के बाद दो सप्ताह तक बीमार रहने के बाद भगवान जगन्नाथ अपने भाई बलभद्र और बहन सुभद्रा को साथ लेकर नगर परिक्रमा के लिए रथ पर निकलते है |इस नवयौवन उत्सव के नाम जाना जाता है | लोग इसे सीधा रथ यात्रा भी कहते है | बांग्लादेश में आतंकी हमला के मद्देनजर हुगली के डीएम संजय बंसल और एसपी प्रवीण कुमार त्रिपाठी ने कड़ी सुरक्षा की व्यवस्था की है |श्रीरामपुर में लाखों लोगों की उमड़ने वाली भीड़ को मद्दे नजर सुरक्षा व्यवस्था को काफी चुस्त किया गया है |

 

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