आइएस के निशाने पर दोनों राज्य

गृह मंत्रालय के पत्र के बाद हाई अलर्ट

कोलकाता। बांग्लादेश की राजधानी ढाका में हुए आतंकी हमले के बाद अब पश्चिम बंगाल में भी सम्भावित आतंकी हमले का खतरा मंडरा रहा है। यहीं कारण है कि केद्रीय सुरक्षा एजेंसियों का सिर दर्द बढ़ गया है। सुरक्षा एजेंसियों ने भारत में भी ऐसे हमलों की आशंका जताई है। जानकारी के मुताबिक आईएस आतंकी भारत में बांग्लादेश की सीमा से सटे पश्चिम बंगाल और असम पर हमला कर सकते हैं। इसी के मद्देनजर बीएसएफ ने पश्चिम बंगाल में सुरक्षा बढ़ा दी गई है और हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है।खबर के मुताबिक, सीरिया स्थित आतंकी संगठन आइएस कट्टरवादी सोच वाले युवाओं को संगठित कर भारत में हमले की तैयारी कर रहा है। सुरक्षा एजेंसी व सूत्रों के मुताबिक भारतीय मुस्लिम युवाओं में पुराने आतंकी संगठन जैसे इंडियन मुजाहिद्दीन, सिमी या लश्कर-ए-तैयबा के मुकाबले आइएस के लिए आकर्षण बढ़ रहा है। हालांकि, गृहमंत्री राजनाथ सिंह ये कई बार कह चुके हैं कि भारत में आईएस का प्रभाव इतनी नहीं है। ढाका में आतंकवादी हमले की घटना के बाद पश्चिम बंगाल में रेड अलर्ट जारी किया गया है। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने राज्य सरकार को सतर्क करते हुए एक पत्र भेजा है, जिसमें सीमावर्ती जिलों में विशेष निगरानी रखने एवं तलाशी अभियान चलाने तो कहा गया. नदिया, मुर्शिदाबाद, मालदा और उत्तर 24 परगना में विशेष सतर्कता बरती जा रही है। सूत्रों के अनुसार, सुरक्षा एजेंसियों को ऐसी जानकारी मिली है कि कुछ बांग्लादेशी आतंकवादी सीमा पार कर बंगाल में प्रवेश कर सकते हैं। इस सूचना के बाद सीमा की निगहबानी कर रही बीएसएफ को भी विशेष रूप से सतर्क रहने की हिदायत की गयी है।
सीमा के 500 मीटर अंदर तक के इलाके की बीएसएफ ने नाकेबंदी कर रखी है। राज्य के सीमावर्ती इलाकों के आसपास के गांवों में पुलिस विशेष तलाशी अभियान चला रही है। कांटेदार तार विहीन व नदी सीमाओं पर खास तौर से निगरानी रखी जा रही है। जिला पुलिस को भी अलर्ट कर दिया गया है। बेनापोल, हिली, मोहदीपुर, चेंगड़ाबांधा, पेट्रापोल समेत राज्य के विभिन्न भारत-बांग्लादेश अंतरराष्ट्रीय वाणिज्य केंद्रों पर निगरानी बढ़ा दी गयी है। सीमा के उस पार से आने वाले ट्रकों की विशेष रूप से तलाशी ली जा रही है। भारत आने वाले बांग्लादेशी नागरिकों पर भी नजर रखी जा रही है। कोलकाता एवं आसपास के इलाकों में भी विशेष सतर्कता बरती जा रही है। हावड़ा के छोटे-छोटे होटलों के रजिस्टर तक की जांच हो रही है। महानगर के छोटे होटलों पर भी पुलिस व खुफिया विभाग की नजर बनी हुई है। कोलकाता के भीड़भाड़ वाले इलाकों, पोर्ट, रेलवे स्टेशन व शॉपिंग मॉल की सुरक्षा बढ़ा दी गयी है।
सादी पोशाक में पुलिस कर्मी बड़ी संख्या में तैनात किये गये हैं। भीड़भाड़ वाले इलाकों एवं शॉपिंग मॉल में लगाये गये सभी सीसीटीवी कैमरों को सक्रिय रखने का निर्देश दिया गया है। कोलकाता पुलिस के खुफिया विभाग के कर्मचारी भी निगरानी बनाये हुए हैं। सूत्रों के अनुसार यह निगरानी व तलाशी अभियान एक महीने तक जारी रहेगा। सरकार ने बांग्लादेश की हसीना सरकार को यह संदेश देने का प्रयास किया है कि सुरक्षा के विषय में वह बांग्लादेश के साथ है।
बीएसएफ के उत्तर बंगाल सीमांत सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, दक्षिण दिनाजपुर के बालुरघाट से लेकर कूचबिहार जिले में मेखलीगंज तक भारत-बांग्लादेश सीमा पर कड़ी चौकसी बरती जा रही है। सूत्रों ने बताया कि बालुरघाट में हिली सीमा पर बीएसएफ ने महिला जवानों की भी तैनाती की है। इसके अलावा दार्जिलिंग तथा जलपाईगुड़ी जिले में भारत- बांग्लादेश सीमा पर फांसीदेवा, रायगंज, मानिकगंज इलाके में बीएसएफ के जवान कड़ी पहरेदारी कर रहे हैं। मेखलीगंज के चेंगराबांधा में भी विशेष सतर्कता बरती जा रही है। बीएसएफ के आइजी संदीप सालुंके ने बताया कि ईद व रथ यात्रा के मद्देनजर पहले से ही सीमा पर सख्त निगरानी चल रही थी, लेकिन बांग्लादेश की राजधानी ढाका के एक रेस्तरां में हुए आतंकवादी हमले के बाद सीमा पर चौकसी और बढ़ा दी गयी है। हालात के मद्देनजर रेड अलर्ट जारी कर दिया है और विशेष अभियान भी शुरू कर दिया गया है। बीएसएफ बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश (बीजीबी) के साथ लगातार संपर्क बनाये हुए है और स्थिति पर कड़ी नजर रखे हुए हैं। श्री सालुंके ने बताया कि हम लोग भारतीय खुफिया एजेंसियों और बीजीबी के साथ लगातार संपर्क बनाये हुए हैं। भारत में पुलिस ने अभी तक 54 आईएस के संदिग्धों को गिरफ्तार किया है। भारत के अलग-अलग जगह से इन संदिग्धों को गिरफ्तार किया था। अबतक 23 भारतीय युवा आइएस के इलाकों की यात्रा कर चुके हैं, जिनमें से दो वापस आये हैं।आइएस आतंकियों ने बांग्लादेश की राजधानी ढाका की होली आर्टिसन बेकरी में हमला कर दिया था। करीब 11 घंटे तक चले ऑपरेशन में आतंकियों ने एक भारतीय लड़की समेत 20 लोगों को मौत के घाट उतार दिया था।

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