वाशिंगटन। प्रधानमंत्री मोदी को अपनी अमेरिका यात्रा के पहले दिन ही एक खास तोहफा मिला, ब्लेयर हाउस पहुंचे प्रधानमंत्री को 12 प्राचीन मूर्तियां भेंट की गई। ये सभी मूर्तिया चोल वंश की बेहद दुर्लभ मूर्तियां है। भारत को सौंपी गईं ये मूर्तियां 7 से 11वीं शताब्दी की हैं जो भारत की आस्था, कला और संस्कृति का प्रतीक हैं। पीएम को भेंट की गईं मूर्तियों को तस्करी करके अमेरिका ले जाया गया थाअमेरिका की ओर से लौटाई गई चीजों में धार्मिक मूर्तियां, कांसे और टैराकोटा की कलाकृतियां शामिल हैं। इनमें से कई कलाकृतियां तो 2000 साल पुरानी हैं। इन्हें भारत के सबसे संपन्न धार्मिक स्थलों से लूटा गया था। इनमें एक मूर्ति संत माणिककविचावकर की है, जो चोल काल (850 ईसा पश्चात से 1250 ईसा पश्चात) के तमिल कवि थे। इस मूर्ति को चेन्नई के सिवान मंदिर से चुराया गया था। इसकी कीमत 15 लाख डॉलर है। इसके अलावा लौटाई गई चीजों में भगवान गणेश की एक कांसे की मूर्ति भी है, जो 1000 साल पुरानी मालूम होती है।

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