गंगा सागर में होगी पुण्यार्थियों के लिये हर तरह की सुव्यवस्था
सुरक्षा के साथ कोई समझौता बर्दास्त नहीं
उन्नत संसाधनों से लैस होंगे मेला पदाधिकारी
महानगर से सागर तक तीसरी आंख से निगरानी

फोटो- अरुन लोध

नकुल कुमार मंडल/ जाकिर अली
कोलकाता। कुम्भ मेले के बाद देश भर में दुसरा सबसे बड़ा धार्मिक मेला गंगा सागर मेला सागद्वीप में 8 जनवरी से शुरू होगा। मेले का समापन 17 जनवरी को होगा। प्रशासनिक सूत्रों के अनुसार इस मेले में इस बार देश विदेश के लगभग 35 से 40 लाख से ज्यादा श्रद्धालुओं के हिस्सा लेने की उम्मीद है। आज दक्षिण चौबीस परगना जिला के डीएम सुमित गुप्ता ने एक संदाददाता सम्मेलन में बताया कि दक्षिण 24 परगना जिला प्रशासन ने मेले की तैयारियों को अंतिम रूप देने का काम शुरू कर दिया है। दक्षिण 24 परगना के डीएम ने बताया कि पुण्यार्थियों की सुविधा के लिए जिला प्रशासन और मेला कमेटी ने कमर कस ली है। गंंगासागर तीर्थ स्नान संगीनों के साये में भी होगा और राज्य सरकार किसी भी हाल में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर सझौता नहीं कर सकती है।डीएम ने कहा कि तीर्थ यात्रियों की सुरक्षा व उनकी देखभाल पहली प्राथमिकता है। जिला प्रशासन सूत्रों ने एक सवाल के जवाब में बताया कि इस बार सागर मेले में एक अनुमान के अनुसार लगभग 30 एसपी, 89 डीएसपी, 214 इंस्पेक्टर, 633 एसआई व एएसआई रैंक के पदाधिकारी नियुक्त होंगें। अनुमान के अनुसार लगभग 3240 सिपाही, 2000 होमगार्ड व एक हजार सिविक वालिटीयर कर्मी सुरक्षा व्यवस्था के लिये तैनात होगें। जबकि कोलकाता से लेकर सागरद्वीप तक कुल 1100 सीसीटीवी कैमरे, ड्रोन, हिलेलिएम गुब्बारे से मेले पर निगाह रखी जाएगी। वहीं मेगा कंट्रोलरुम से मेले के चप्पा चप्पा से निगाह होगी। हेमरेडियो कर्मियों की भी सहायता ली जाएगी। डीएम सुमित गुप्ता ने बताया कि गंगासागर मेला स्थल में साफ सफाई बढ़ाने के लिए इस बार 10 हजार से अधिक शौचालय बनाए जाएंगे। दक्षिण 24 परगना जिले में लगने वाले इस मेले में देश के विभिन्न हिस्सों से लाखों श्रद्धालु भाग लेंगे। राज्य सरकार की ओर से श्रद्धालुओं की सुविधा व सुरक्षा के लिए कई उपाय किए जा रहे हैं। डीएम सुमित गुप्ता नेने बताया कि मेले की सुरक्षा के लिए पर्याप्त मात्रा में पुलिस दल की तैनाती भी की जा रही है। सम्पर्क व्यवस्था के तहत किसी भी स्थिती से निपटने के लिये सैटेलाइट फोन से लेकर हर स्तर का इस्तेमाल जिला प्रसाशन द्वारा की जाएगी। वहीं तीसरी आंख यानी 1100 सीसीटीवी से कोलकाता से लेकर सागर तक निगाह रखी जाएगी और मेगा स्क्रीन पर कंट्रोल रुम से तमाम गतिविधियों पर पैनी नजर रखी जाएगी। होवर क्राफ्ट भी यहां सुरक्षा के तहत तैनात होंगे। हर साल की तरह ही सरकार ने प्रत्येक श्रद्धालु के लिए पांच लाख का बीमा होगा। गंगासागर मेले के लिए श्रद्धालु आखिरी समय में उमड़ने वाली भीड़ से बचने के लिए पहले ही यहां जुटने शुरू हो गए हैं। हर रोज यहां हजारों संख्या पुण्यार्थी स्नान कर रहें हैं। मेला क्षेत्र के विभिन्न चौराहों, रेलवे स्टेशनों तथा लॉट संख्या-8, कचूबेडिय़ा, नामखाना, काकद्वीप में पुलिस सहायता केंद्र, अस्थायी चिकित्सा शिविर की व्यवस्था होगी। पुण्यार्थियों से अधिक किराया ना वसूला जाए, इसके लिए प्रशासन ने विभिन्न स्थानों से लांच और बस किराए का ब्यौरा भी दिया जाएगा। मेला क्षेत्र में दूर संचार की उत्तम व्यवस्था के लिए बीएसएनएल समेत अन्य मोबाइल ऑपरेटिंग कम्पनियों को सतर्क किया गया है। चोर उच्चकों के लिये विशेष व्यवस्था से निपटने की तैयारी भी हो गय़ी है। जिला प्रशासन के सूत्रों ने बताया कि मेले के दौरान सागर क्षेत्र में सुरक्षा के व्यापक प्रबंध किए जाएंगे। पुलिस, आपदा प्रबंधन, सिविक पुलिस के अलावा तटरक्षक भी तैनात किए जा रहे हैं। इस साल किसी भी स्तर पर बस, वेसल व अन्य वाहनों के किराये में कोई बढ़ोत्तरी की सूचना नहीं है। इसके अलावा स्व्स्थ्य सेवा में काफी बढ़ोत्तरी की गयी है और कम से कम 100 एम्बूलेंस की व्यवस्था हमेशा रात दिन होगी। बीमार होने परसागर मेला ग्राउण्ड अस्थायी अस्पताल की व्यवस्था की गई है। एसके अलावा आपात आईसीओ, एयर एम्बूलेंस, वाटर एम्बूलेंस के अलावा रेडीमेड सम्पर्क टवर से संचार संचार व योगायोग व्यवस्था से मेले की सफलता को पुख्ता किया जाएगा। जिला सभाधिपति शेख शमिमा ने बताया कि, मेले में तीन दिनों तक गंगा आरती होगी व गुजरे साल की तरह गंगासागर को समर्पित एक संग्रहलय भी होगा व बंगाल के पांच मंदिरों के दर्शन भी सागर क्षेत्र में बांग्लार मंदिर के तर्ज पर होगा। जिला सभाधिपति शेख शमिमा ने एक बार फिर गंगा सागर मेले के राष्ट्रीय मेला घोषित करने की बात कही। उन्होंने दावा कि यह में ला कुम्भ मेले को टक्कर दे रहा है। इस साल भी ई-स्नान,ई-दर्शन व ई-पूजा का आयोजन किया जाएगा। डीएम गुप्ता ने एक सवाल के जवाब में कहा कि, कोरोना हालात को लेकर राज्य द्वारा जिस तरह से दिशा निर्देश दिया जाएगा उसका पालन करेंगे व सेनिटेशन का काम भी चलेगा। इस दौरान एडीएम शंख सांतरा व अन्य एडीएम मौजूद रहें।

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