जलपाईगुड़ी/कोलकाता। जिले में दुर्गा की मूर्ति वसर्जन के दौरान दर्दनाक हादसा हो गया. यहां माल नदी में लोग मूर्ति विसर्जन के लिए उतरे थे, तभी अचानक जल का स्तर बढ़ने लगा. तेज लहरों में फंसकर आठ लोगों की मौत डूबने से हो गई. इस घटना का वीडियो सामने आया है. जलपाईगुड़ी के एसपी देवर्षि दत्ता ने बताया कि तेज बहाव में कई लोग बह गए, जो अभी भी लापता हैं. सूचना पर पहुंची गोताखोरों की टीमें तलाश में लगी हैं.दुर्गा प्रतिमा विसर्जन के दौरान जलपाईगुड़ी जिले के मालबाजार में हुए हादसे के बाद प्रशासन के सुरक्षा इंतजामों को लेकर उठ रहे सवालों के बीच जलपाईगुड़ी के पुलिस अधीक्षक ने लापरवाही के आरोपों को खारिज कर दिया. उन्होंने दावा किया कि एहतियात के पर्याप्त उपाय किए गए थे. पुलिस अधीक्षक के अनुसार आठ लोगों की मौत एक दुर्घटना से ज्यादा कुछ नहीं थी.मृतकों के परिजनों को क्षतिपूर्ति की घोषणा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कार्यालय की ओर से की गयी.उन्होंने ट्वीट किया कि प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से 2 लाख रुपए मृतकों के परिजनों को दिए जाएँगे जबकि घायलों को 50,000 रुपए दिए जाएँगे. वहीं मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी मुआवजा देने की घोषणा की है. दुर्गा प्रतिमा विसर्जन के दौरान बुधवार की रात साढ़े 8 बजे के करीब मालबाजार शहर से सटे माल नदी का जलस्तर अचानक बढ़ने से कई लोग नदी का बहाव में बह गये जबकि कई लोग नदी का बीच में फंस गये थें । जो लोग फंसे हुये थें उन्हें बचा लिया गया है , अभी तक 8 शव बरामद किया जा चुका है । जिला पुलिस , सिविल डिफेंस और एनडीआरएफ की टीम का मदद से सर्च ऑपरेशन जारी है. इधर पुलिस प्रशासन का दावा है कि, बिना किसी पूर्वाभास के नदी का जल अचानक बढ़ गया। उस समय घाट पर करीब 1000 लोग थे। करीब 27-28 लोग पानी में बह गए। उनमें से आठ की मौत हो गई है। लेकिन वर्तमान में, कोई और लापता नहीं है।यह घटना बुधवार शाम के वक्त हुई जब विसर्जन समारोह में शामिल होने के लिए सैकड़ों की संख्या में लोग माल नदी के किनारे जमा हो गए। जलपाईगुड़ी की जिलाधिकारी मौमिता गोदरा ने कहा कि अचानक आई बाढ़ में लोग बह गए। अब तक आठ शव निकाले जा चुके हैं और हमने करीब 50 लोगों को सुरक्षित निकाला है।’’ उन्होंने कहा कि खोज और बचाव अभियान जारी है। एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, पुलिस और स्थानीय प्रशासन बचाव कार्य में जुटा हुआ है।

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