मृतका की पुत्री घर में ही देना चाहती थी मां की समाधि

प्रीति प्रसाद
हावड़ा। एक ओर जब देश सहित बंगाल में श्रद्धालु जगत जननी महामाया मां दुर्गा की आगवनी में रमे हुए हैं। वहीं हावड़ा में भी एक बेटी अपनी जन्मदाता मां के शव के साथ तीन दिन से बैठी रही। पुलिस व स्थानीय लोगों के अनुसार उक्त घटना हावड़ा के रामराजतला के नंदीपाड़ा इलाके की है। जहां के एक मकान के घर में  तीन दिन तक एक बेटी सुमना कुंडू (41) अपनी मां मिनती कुंडू (75) के शव के पास बैठी रही। मंगलवार की रात सूचना मिलने के बाद जगाछा थाने की पुलिस ने मृत मिनती कुंडू की सड़ रही लाश को बरामद कर पोस्टमार्टम के लिये भेजा। आज स्थानीय और पुलिस सूत्रों ने बताया कि, नंदीपाड़ा लेन स्थित ‘मयूर भवन’ स्थित मकान में 75 वर्षीय मिनती कुंडू रहती थी। उनके पति की काफी समय पहले मौत हो चुकी है। वह घर पर अपनी बेटी सुमना कुंडू के साथ रहती थी। मिनती  का बेटा सुदीप्त कुंडू मिनती के मकान के बगल वाले पाड़ा में रहता है। पुलिस ने बताया कि मिनती के पड़ोसियों ने पुलिस को फोन कर जानकारी दी कि पिछले रविवार सुबह मिनती का देहांत हो गया था। मृत वृद्धा की बेटी अपनी मां का शव घर के अंदर ही दफनाना चाहती थी। मृतका की बेटी की यह बात सुनकर उसके पड़ोसी दंग रह गए। उन्होंने मृतका के बेटे सुदीप्त कुंडू व पुलिस को घटना की सूचना दी। प्रारंभिक जांच के अनुसार कहा जा रहा है कि, मृतका की बेटी सुमना कुंडू मानसिक रूप से बीमार है। मामले पर स्थानीय लोगों ने बताया कि इलाके में मशहूर ‘मयूर भवन’ के मालिक सुबोध कुंडू थे। वह कई व्यवसाय से जुड़े थे। कुंडू परिवार रामराजतला के शंकर मठ क्षेत्र में एक धनी व सम्पन्न परिवार के रूप में जाना जाता रहा है। वर्ष 2000 में, सुबोध और मिनती देवी के बेटे सुदीप्त ने घर छोड़ दिया। डेढ़ साल पहले सुबोध का भी निधन हो गया। तब से मिनती देवी और उनकी बेटी सुमना उस दो मंजिला मकान में अकेली रहती थी।

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