फ़ोटो अरुन लोध

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जयदीप यादव/ राज साव
कोलकाता/हावड़ा। आज देव शिल्पी विश्वकर्मा की पूजा होगी। लेकिन इससे कई घंटे पूर्व यानी शुक्रवार को देव शिल्पी विश्वकर्मा की पूजा तैयारी अंतिम दौर में रही। कल कारखानों से लेकर निर्माण कार्य से जुड़े लोग भगवान विश्वकर्मा की पूजा करेंगे। शुक्रवार को उनके पूजन को लेकर महानगर कोलकाता, हावड़ा, हुगली सहित राज्य के जिलों में भी में चहल पहल बढ़ गई है। लोग उत्साह के साथ पूजा की तैयारी को अंतिम रूप देते दिखें। 17 सितंबर को विश्वकर्मा पूजा है, लेकिन बाजार में कहीं भी रौनक नहीं दिखी। दूसरी ओर मूर्तिकार भी काफी मायूस दिख रहे हैं। आधुनिक युग में मशीनों के द्वारा काम ज्यादा किया जाता है। हर वर्ष कल-कारखानों में धूम-धाम से पूजा का आयोजन किया जाता है, लेकिन इस वर्ष सभी चीजों की तस्वीर बदली दिखी। सभी का कहना है कि उनलोगों का बजट महंगाई के कारण डगमगा गया है।बाजारों में पूजा-पाठ से लेकर सभी साज- सजावट की सामग्री तो सज गई लेकिन खरीदारों की भीड़ अपेक्षाकृत कम देखी जा रही है। कुम्हारटोली के मूर्तिकारों का कहना है कि इससे पहले जब विश्वकर्मा पूजा  के पहले  तो वक्त नहीं मिलता था कि हम नास्ता-पानी भी कर सके, लेकिन इस बार गणेश पूजा में बाजार थोड़ा बहुत ठीक था, लेकिन विश्वकर्मा पूजा में हमे मायूसी मिल रही है।

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