गिरफ्तार लोगों को 14 दिनों की पुलिस हिरासत
योजना बनाकर की गई थी अशोक व रश्मिता शाह की हत्या
उधार मांगने के कारण गई दोनों की जान
मुख्य आरोपी अभी भी पुलिस की गिरफ्त से दूर
घटना का मास्टरमाइंड मृतकों का दूर का रिश्तेदार

जगदीश यादव
कोलकाता। कहते है कि कानून के हाथ लम्बे होते है। यह कहावत एक बार फिर सटीक साबित हुई। भवानीपुर में गुजराती दम्पती हत्याकांड में पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है। ऐसे में भवानीपुर में गुजराती दम्पती अशोक शाह व रश्मिता शाह के हत्याकांड से कोलकाता पुलिस ने वारदात के 72 घंटों में ही साजिश का पर्दा उठाकर तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। उक्त गिरफ्तार लोगों में एक ओडिशा का मूल निवासी है। पुलिस का कहना है कि हत्याकांड एक लाख रुपए की उधार विवाद को लेकर अंजाम दिया गया। घटना का मास्टरमाइंड मृतकों का दूर का रिश्तेदार है। वह अभी भी फरार है। उसकी तलाश की जा रही है। गिरफ्त में आये आरोपियों के नाम सुबोध सिंह(45) जतिन मेहता (42) और रत्नाकर नाथ (39) है। तीनों हावड़ा के लिलुआ के निवासी हैं। हत्याकांड के मास्टरमाइंड को इस बात की उम्मीद भी थी शाह दम्पती के घर में बड़ी राशि और गहने होंगे। जिसे लूटने का उद्देश्य भी हत्या का कारण था। कोलकाता पुलिस आयुक्त विनीत गोयल ने आज पुलिस मुख्यालय में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में उक्त जानकारी दी। उन्होंने बताया कि, अशोक शाह ने अपने मंझले दामाद (जमाई) के दूर के रिश्तेदार को वर्ष 2019 में एक लाख उधार दिये थे। जिसे उधार दिया गया था उक्त व्यक्ति की कोरोना से मौत हो गई थी।अब अशोक उसके भाई से उधार दी गई राशि मांग रहे थे। और मृतक का भाई रुपये लौटाना नहीं चाहता था। पुलिस का कहना है कि, घटना के दिन घटना मुख्य आरोपी किराये के हत्यारों को साथ लेकर उनके घर गया। उधार की रकम पर उनलोगों का शाह के साथ विवाद हुआ। उसके बाद शाह दम्पति की हत्या कर दी गई। हत्या की योजना पहले से ही बनाई गई थी। परिचित होने के नाते घर का दरवाजा खुलवाने में कोई परेशानी नहीं हुई। हत्यारे हथियारों से लैस थे। इधर पुलिस आयुक्त ने बताया कि घर के अंदर उधार रुपये के विवाद के बाद सुबोध सिंह ने अशोक मेहता पर धारदार हथियार से वार किए। उसने यह बात स्वीकार कर ली है। सुबोध का पुराना आपराधिक रिकार्ड भी मिला है। पुलिस उसकी जांच कर रही है। पुलिस की जांच में सामने आया है कि मुख्य आरोपी को रश्मिता ने घर के अंदर पानी पिलाया। उसके बाद भी उसने दम्पती पर रहम नहीं आई। आयुक्त ने बताया कि वारदात में शामिल अन्य लोगों की तलाश की जा रही है। जल्द ही उन्हें भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा। गिरफ्तार लोगों को आज पुलिस ने कोर्ट में पेश किया तो न्यायाधीश ने उन्हें 14 दिन की पुलिस हिरासत में रखने का आदेश दिया है। पुलिस के अनुसार मामले में मुख्य आरोपी का परिचय मीडिया में सार्वजनिक करना उचित नहीं होगा कारण इससे जांच कार्य प्रभावित हो सकता है। पुलिस का कहना है कि उक्त घटना में और भी कई लोग शामिल हो सकते हैं।

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