केन्द्र सरकार ने किया राज्य प्रशासन को अलर्ट

कोलकाता। कोरोनाकाल के कारण राज्य के लोग दो वर्ष तक दुर्गा पूजा का आनंद उठाने से वंचित रह गये थें। इस बार हाई कोर्ट से थोड़ी राहत मिली है। लेकिन अब एक नई आशंका चिंता का कारण बन गई है। कारण पश्चिम बंगाल के सबसे बड़े उत्सव दुर्गापूजा में इस बार आतंकी हमले की आशंका जताई जा रही है। यह आशंका राज्य के गृह विभाग ने जताई है। दुर्गा पूजा व आगामी त्योहारी मौसम में आतंकी दहशत फैलाने की फिराक में है। केंद्र सरकार ने आतंकी हमले की आशंका को देखते हुए बंगाल समेत सभी राज्यों को अलर्ट जारी किया है। इसके बाद बंगाल पुलिस भी सतर्क हो गई है। राज्य के मुख्य सचिव ने बंगाल के सभी पूजा आयोजकों के लिए भी अलर्ट जारी किया है। मुख्य सचिव हरिकृष्ण द्विवेदी की ओर से जारी दिशा निर्देश में सभी सामुदायिक पूजा समितियों को पंडालों में पर्याप्त संख्या में स्वयंसेवकों को तैनात रखने को कहा गया है, ताकि संदिग्ध व्यक्तियों की आवाजाही पर नजर रखी जा सके और पुलिस को तुरंत सूचित किया जा सके। राज्य प्रशासन के साथ-साथ कई सुरक्षा एंसियों को भी सतर्क रहने की हिदायत दी गयी है। राज्य के गृह विभाग की निर्देशिका में कहा गया है कि आतंकी हमले की आशंका के मद्देनजर राज्य प्रशासन को उत्सव के दौरान सतर्क रहने की जरूरत है। सांप्रदायिक सौहार्द बना रहे, इस पर नजर रखने की जरूरत है। गृह विभाग के फरमान के अनुसार इस बार दुर्गापूजा के पंडालों में स्वयंसेवकों की संख्या बढ़ानी होगी।राज्य प्रशासन को स्वयंसेवकों को विशेष तौर पर सतर्क रहने को कहा जाये। किसी पर संदेह होने या कोई संदेहास्पद सामान दिखने पर तुरंत पुलिस को सूचित किया जाये। कोलकाता समेत बंगाल में दुर्गापूजा को लेकर पूरी तैयारी हो गयी है। कहीं-कहीं पूजा-पंडालों को अंतिम रूप दे दिया गया तो कहीं तैयारी चल रही है। रोशनी जगमगाने लगी है। कई पंडालों में माँ दुर्गा सुशोभित हो चुकी हैं। रविवार को चतुर्थी है। दिन-रात पूजा पंडालों में भीड़ उमड़ी रहेगी। भीड़ और ट्रैफिक व्यवस्था को दुरुस्त रखने के लिए शनिवार से ही यानी तृतीय से कोलकाता पुलिस सड़कों पर उतर चुकी है। कोलकाता पुलिस सूत्रों के अनुसार बड़े पूजा पंडालों के मामले में 10 मीटर और छोटे पंडालों को मामले में 5 मीटर तक नो इंट्री जोन रखने को कहा गया है। नो इंट्री जोन में किसी भी तरह दर्शकों को प्रवेश करने नहीं दिया जायेगा। अंजली, आरती और सिंदूर खेला के जो भी नियम हैं, वे सभी कोर्ट के नियम के अनुसार ही पालन किये जाएंगे।

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