राहत व बचाव कार्य में जुटे निगम व दमकल कर्मी

जगदीश यादव
कोलकाता। महानगर कोलकाता में जर्जर मकानों व इमारतों की किस स्तर पर भरमार है इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि महानगर कोलकाता में मात्र एक माह के मध्य मकान धराशाई होने की तीन बड़ी घटनाएं घटी है। अब बड़ाबाजार में बड़तला स्ट्रीट और रवींद्र सरणी क्रॉसिंग पर मछुआ इलाके में मकान का एक हिस्सा धराशाई हुआ। जान-माल की नुकसान हुआ है। इसी बीच पुलिस की टीम व स्थानीय कई नेता व विधायक विवेक गुप्त घटनास्थल पर पहुंचे। घटना में मो. तौफीक (24) व राजू गुप्ता 2 लोगों की मौत हो गई वहीं तीन लोगों अस्पताल में भर्ती कराया गया है।मकान की टूटी छत के नीचे पांच लोग फंस गए। हादसे की खबर मिलते ही दमकल की गाड़ी तुरंत वहां पहुंच गई। मलवे फंसे पांचों लोगों को अस्पताल भेजने की व्यवस्था की गई।पांचों घायलों में मोहम्मद तौफीक को कलकत्ता मेडिकल कॉलेज और अस्पताल ले जाया गया। अस्पताल के डॉक्टर ने उसे मृत घोषित करार दिया। अन्य चार को विशुद्धानंदा अस्पताल ले जाया गया।पूरे महानगर में जर्जर इमारतों व मकानों की भरमार हैं। उनमें से कई खतरनाक अवस्था में है। अहिरीटोला में हाल ही में एक घर के ढहने से जर्जर मकानों की सुरक्षा पर सवाल खड़े हो गए हैं। बिते दिनों अहिरीटोला में एक दो मंजिला पुराने मकान का हिस्सा गिर गया था। इस हादसे में एक तीन साल के बच्चे और एक महिला समेत दो लोगों की मलबे में दबने से मौत हो गई थी।हादसे के बाद कोलकाता नगर निगम के प्रशासक व मंत्री फिरहाद हकीम ने कहा था कि इमारत पहले से जर्जर हो चुकी थी और इस पर खतरनाक का बोर्ड भी लगा दिया गया था। मना करने के बावजूद इसमें जबरदस्ती लोग (पुराने किराएदार) रहे थे। उन्होंने कहा कि कोलकाता में करीब 100 ऐसे मकान हैं जिसे खतरनाक घोषित किया जा चुका है, लेकिन इसके बावजूद उसमें से पुराने किराएदार हट नहीं रहे हैं। इसके कारण इस प्रकार का हादसा होने से लोगों की जान जोखिम में पड़ रही है। लोगों ने बताया कि बड़ाबाजार क्षेत्र के वार्ड 42 में 105 कॉर्टन स्ट्रीट स्थित मकान की हालत गंभीर है। बहरहाल आज फिर बड़ाबाजार में एक खतरनाक हालात में जर्जर मकान ढह गया और 2 लोगों की मौत हो गई।

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