आज से ही बहने लगा पुलिस का पसीना

जयदीप यादव/नवीन अग्रवाल
कोलकाता। बंगाल में दुर्गोत्सव की शुरुआत सप्तमी से होती है लेकिन महानगर कोलकाता में चतुर्थी से ही पूजा पंडालों में दर्शनार्थियों की भीड़ उमड़ने लगी है। आज दिन के दस बजे के बाद से ही महानगर के विभिन्न दुर्गा पूजा मंडपों में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ने लगी। चेतला व काली घाट में कई श्रद्धालुओं ने कहा कि भीड़ से बचने के कारण ही वह लोग आज दुर्गा पूजा मंडप देखने के लिये आये हैं। इसी तरह श्रीभूमि के पूजा मंडप में आये श्रद्धालुओं ने उक्त बाते की। यहां सोनारपुर व अलीपुर से आये श्रद्धालु गौतम बनर्जी व सुनील अग्रवाल ने कहा कि वह लोग किसी तरह का रिस्क नहीं उठाना चाहते हैं इस लिये आज ही आ गये और आराम से दुर्गा पूजा मंडप बूर्ज खलीफा देखा। कोलकाता पुलिस ने आज फेसबुक पर एक पोस्ट किया है। अपने पोस्ट में कोलकाता पुलिस ने दुर्गापूजा को लेकर हाईकोर्ट और राज्य सरकार के दिशानिर्देशों का विस्तार से उल्लेख किया है। साथ ही पुलिस ने हर पूजा कमेटी से लेकर दर्शनार्थियों को उक्त दिशानिर्देशों का सही तरह से पालन करने की बात कही है। वहीं दुर्गोत्सव में शुक्रवार की रात से ही कोलकाता में पूजा पंडालों में दर्शनार्थियों की भीड़ उमड़ रही है। महानगर में अतिरिक्त भीड़ से निपटने के लिए आज दोपहर से कोलकाता पुलिस के जवान तैनात कर दिए गये हैं। उल्लेखनीय है कि कोरोना महामारी को देखते हुए इस साल भी दुर्गोत्सव को लेकर हाईकोर्ट और राज्य सरकार ने कई दिशानिर्देश जारी किये हैं।
इधर दक्षिण कोलकाता की बात हो या फिर उत्तर कोलकाता की । हर जगह भीड़ का रेला तृतीया के दिन से ही जम गया था। मध्य व दक्षिण कोलकाता की बात करे तो कई इलाकों में अंशिक जल जमाव के बाद भी भीड़ दुर्गा पूजा के रंग में रंगी रही। पानी के कारण लोगों को जूते व चप्पल खोल कर पूजा मण्डपों में जाते देखा गया तो लोगों ने पेट पूजा का भी जमकर आनन्द उठाया। इस राज्य के कोने कोने में दुर्गा पूजा संस्कृति समायी है। शायद यही कारण है कि महानगर कोलकाता में एक महीने पहले से ही निर्माणधीन पूजा मंडपों में भी भीड़ लगने लगती है।आज देर शाम सुरुचि संघ, श्रीभूमि, बदामतला, अहिरीटोला, कुमारटोली, भवानीपुर के कई पूजा पंडालों में उल्लेखनीय संख्या में दर्शनार्थी पंडाल भ्रमण के लिए पहुंचे। बहरहाल बता दे कि हाईकोर्ट ने दुर्गापूजा को लेकर अपने निर्देश में कहा है कि बड़े पूजा पंडालों में एक साथ 45 और छोटे पंडालों में 10 से 15 दर्शनार्थी प्रवेश कर सकेंगे। हाईकोर्ट के न्यायाधीश इंद्र प्रसन्न मुखोपाध्याय और न्यायाधीश अनिरुद्ध बसु के खंडपीठ ने निर्देश दिया है कि कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज लेने वाले ही मां दुर्गा को पुष्पांजलि अर्पित कर सकेंगे और सिंदूर खेला में भाग ले सकेंगे। पूजा पंडाल में हर किसी को मास्क पहनना अनिवार्य होगा। दुर्गापूजा को लेकर हाईकोर्ट के दिशानिर्देशों को सही तरह से पालन किया जाये, इस पर कोलकाता पुलिस काफी सक्रिय है। दुर्गापूजा गाइड मैप के उद्घाटन के मौके पर कोलकाता के पुलिस कमिश्नर सौमेन मित्रा ने कहा था कि अदालत के निर्देशानुसार हर पूजा कमेटी ने दुर्गापूजा का आयोजन किया है। पूजा के दौरान मंडपों के आसपास भीड़ न इकट्ठा हो, इस पर पुलिस और पूजा कमेटियों के सदस्य विशेष ध्यान रखेंगे।

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