मंत्री फिरहाद ने कहा -कोलकाता में 100 के करीब है ऐसे पुराने मकान

कोेलकाता।चक्रवाती तूफान गुलाब की वजह से शुरू हुई भारी बारिश के बीच महानगर कोलकाता के 9 नंबर अहिरीटोला में एक पुराने मकान का हिस्सा ढह गया। मकान के मलबे में दबने से एक तीन साल के बच्चे और एक महिला समेत दो लोगों की मौत हो गयी। मृतक दादी व पोता बताये गये हैं। इस घटना पर राज्य के परिवहन मंत्री व कोलकाता नगर निगम (केएमसी) के प्रशासक फिरहाद हकीम ने दुःख जताया है। इस हादसे में 17 अन्य लोगों को मलबे से निकाला गया है, उनका इलाज जारी है। प्रशासन का कहना है कि घटना स्थल पर पहुंची राहत टीमों ने मलबे से उन दोनों को भी बाहर निकाल लिया था, जिसके बाद उन्हें अस्पताल ले जाया गया। हालांकि, गंभीर रूप से घायल होने के कारण उनकी मौत हो गई।घटना सुबह छह बजकर 40 मिनट की है। बताया जा रहा है कि एक दो मंजिला इमारत बहुत ही जर्जर हालत में थी। सुबह-सुबह इमारत का एक हिस्सा तेज आवाज के साथ गिर गया, जिसकी चपेट में परिवार वाले आ गए। हादसे की जानकारी स्थानीय लोगों ने पुलिस व अग्निशमन विभाग को दी।राज्य के परिवहन मंत्री व कोलकाता नगर निगम (केएमसी) के प्रशासक फिरहाद हकीम ने कहा कि अहिरीटोला में जो पुराने मकान का हिस्सा ढहा है वह पहले से काफी जर्जर हो चुका था। इसलिए इस बीच केएमसी की ओर से उस मकान पर खतरनाक का बोर्ड भी लगा दिया गया था। मकान में रह रहे लोगों को रहने के लिए मना किया गया था लेकिन मना करने के बाद भी उस जर्जर मकान में लोग जबरदस्ती रह रहे थे।अगर केएमसी की बातों को मान कर वहां से लोग पहले ही हट जाते तो आज वे हादसे का शिकार नहीं बनते। फिरहाद ने कहा कि महानगर कोलकाता में लगभग 100 ऐसे पुराने मकान हैं जिसे केएमसी द्वारा खतरनाक घोषित किया जा चुका है। ये मकान किसी भी वक्त ढहकर गिर सकते हैं लेकिन इसके बावजूद उसमें से वहां रह रहे लोग हट नहीं रहे हैं।ऐसी स्थिति में पुराने मकान के ढह जाने से लोगों की जान जाने की आशंका बनी हुई है। मंत्री ने कहा कि मकान मालिक और किरायेदारों के बीच चल रहे विवाद के कारण मालिक अपने पुराने मकान की मरम्मत करना नहीं चाहते हैं लेकिन उन्हें जबरन हटाने के लिए कानून भी नहीं है। उन्होंने कहा कि अगर स्थानीय पार्षद किरायेदारों को पुराने मकान से हटाने के लिए जाते हैं तो यह आरोप लगाया जाता है कि प्रमोटर के साथ मिलीभगत कर पार्षद उन्हें मकान से निकाल रहे हैं।

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