दिलीप घोष ने कहा-‘मुझे मारने की रची गई थी साजिश’

चुनाव आयोग ने राज्य से रिपोर्ट मांगी

दिलीप घोष के सुरक्षा कर्मी ने लहराया रिवाल्वर

कोलकाता। भवानीपुर विधानसभा उपचुनाव के चुनाव प्रचार के अंतिम दिन यहां भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्य दिलीप घोष के साथ जहां धक्का-मुक्की की गई वहीं आरोप है कि यहां भाजपा कर्मियों पर हमले किये गये। उक्त घटना के बाद कथित तौर बीजेपी और टीएमसी के कार्यकर्ताओं के बीच कथित रूप से झड़प से भवानीपुर का जदूबाबु इलाका रणक्षेत्र में तब्दील हो गया। इसे लेकर परस्पर आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है। वैसे पर मामले पर सक्रियता दिखाते हुए चुनाव आयोग ने राज्य सरकार से घटना पर रिपोर्ट तलब किया है। मीडिया कर्मियों के साथ बातचीत में दिलीप घोष ने यहां के उप चुनाव को रद्द करने की मांग की। इस हमले में कथित रूप से बीजेपी के युवा मोर्चा के दक्षिण कोलकाता के अध्यक्ष मुंकुद झा घायल हो गये हैं। दिलीप घोष ने कहा कि ‘मुझे मारने की साजिश रची गई थी ’। बता दें कि भवानीपुर सहित तीन विधानसभा क्षेत्रों में उपचुनाव को लेकर आज अंतिम प्रचार का दिन है। प्रचार के अंतिम दिन बीजेपी ने यहां ममता बनर्जी को रोकने के लिए अपने 80 नेताओं को मैदान में उतारा था, लेकिन भवानीपुर में चुनाव प्रचार के दौरान बीजेपी कार्यकर्ताओं पर हमला करने का आरोप लगा है। बीजेपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा, “इस राज्य में आम आदमी का जीवन कितना सुरक्षित है, जिस तरह से माननीय के खास इलाके भवानीपुर में एक जन प्रतिनिधि पर हमला किया गया? आज भवानीपुर के जादूबाबु बाजार क्षेत्र पर तृणमूल के गुंडों द्वारा सुनियोजित हमला, मुझे मारने की साजिश, सत्ताधारी दल के जघन्य, भयावह स्वरूप को उजागर करती है. क्या इसके बाद स्वस्थ चुनाव की उम्मीद की जा सकती है?” दूसरी ओर,  के अध्यक्ष सुकांत मजूमदार, उम्मीदवार प्रियंका टिबरेवाल सहित अन्य नेताओं ने एसएसकेएम अस्पताल जाकर घायल बीजेपी कार्यकर्ता से मुलाकात की.बीजेपी के विधानसभा में नेता शुभेंदु अधिकारी ने ट्वीट किया, “स्थिति बहुत गंभीर है और चुनाव आयोग कुछ नहीं कर रहा है. हमारी पार्टी की एक टीम ने उनसे दिल्ली में मुलाकात की और यहां (कोलकाता में) हमारे प्रतिनिधिमंडल ने उनसे कई बार मुलाकात की, लेकिन चुनाव आयोग ने अब तक कोई कार्रवाई नहीं की.” बीजेपी अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने कहा, “दिलीप बाबू जब प्रचार करने गए तो टीएमसी डर गई.  वे ‘जय बांग्ला’ का नारा लगा रहे थे. लोगों को डरा कर मतदान करने से रोकने का प्रयास किया जा रहा है. भवानीपुर से अफगानिस्तान से बेहतर है. पुलिस गुलाम हो गई है.” बता दें कि चुनाव आयोग ने भवानीपुर सहित तीनों सीटों पर सभी मतदान केंद्रों को संवेदनशील घोषित किया है.

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