पुलिस के साथ माकपाइयों की झड़प

कोलकाता। भवानीपुर विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव में माकपा के उम्मीदवार श्रीजीब बिस्वास की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के आवास की ओर जाने वाली सड़क पर प्रचार करने से रोके जाने पर पुलिस के साथ झड़प हो गई. बता 30 सितंबर को भवानीपुर सहित तीन विधानसभा क्षेत्रों में उपचुनाव है. उपचुनाव के पहले आज अंतिम रविवार था. इस दिन उम्मीदवारों के समर्थकों ने जनता को लुभाने की कोशिश की. बता दें कि भवानीपुर से ममता बनर्जी प्रतिद्वंद्विता कर रही हैं.श्रीजीव बिस्वास के साथ गए माकपा के वरिष्ठ नेता सुजन चक्रवर्ती ने कहा कि उन्हें इलाके के मतदाताओं के बीच प्रचार करने का पूरा अधिकार है, लेकिन पुलिस उन्हें गैरकानूनी तरीके से रोक रही है. एक ओर माकपा नेताओं और समर्थकों ने तर्क दिया कि उनके पास आवश्यक अनुमति है, तो दूसरी ओर पुलिस ने कहा कि केवल उम्मीदवार और चार अन्य लोग नियमों के अनुसार एक साथ सड़क पर प्रवेश कर सकते हैं. कालीघाट इलाके में सड़क के प्रवेश द्वार पर रोके जाने के बाद सुजन चक्रवर्ती ने संवाददाताओं से कहा, ”ममता बनर्जी डरी हुई हैं और इसलिए किसी को हरीश चटर्जी स्ट्रीट में प्रवेश नहीं करने दिया जा रहा है.” बाद में माकपा उम्मीदवार विश्वास, चक्रवर्ती और तीन अन्य लोगों को हरीश चटर्जी स्ट्रीट क्षेत्र में प्रचार करने की अनुमति दी गई. सुजन चक्रवर्ती ने कहा, “चुनाव में कोई सीएम नहीं होता है. चुनाव के दौरान कोई भी व्यक्ति उम्मीदवार हो सकता है. ममता बनर्जी अब मुख्यमंत्री नहीं हैं. यहां वह एक मतदाता भी हैं, लेकिन पुलिस यहां इस घेराबंदी में क्यों की है.” उन्होंने कहा, ‘हम चुनाव आयोग के पास गए थे. आयोग ने कहा कि पुलिस को अनुमति नहीं देने का कोई कारण नहीं था. उसके बाद भी यहां तीन बैरिकेड्स थे. उन्होंने आरोप लगाया कि उनके उम्मीदवार श्रीजीब के साथ मारपीट की गई. पिछले हफ्ते, बीजेपी उम्मीदवार प्रियंका टिबरेवाल और पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार की भी इलाके में प्रचार करने से रोके जाने के बाद पुलिस के साथ कहासुनी हो गई थी. पुलिस ने तब कहा था कि उनके पास टीकाकरण प्रमाण पत्र नहीं है और वे उच्च सुरक्षा वाले क्षेत्र में सेंध लगाने की कोशिश कर रहे हैं. मुख्यमंत्री बनर्जी 30 सितंबर को होने वाले उपचुनाव में तृणमूल कांग्रेस की उम्मीदवार हैं.

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