कोलकाता। ग्रामीण भारत में शिक्षा से संबंधित संसाधनों की चिन्ताजनक स्थिति को सुधारने के लिए रुक्मणी ट्रस्ट ने एक महत्वाकांक्षी मिशन के तहत ‘सूचना परियोजना’ की सहायता करने और धन देने का वादा किया है। इसके तहत ‘सूचना’ के केंद्रों में टाटा ट्रस्ट की पहल, ‘इंटीग्रेटेड एप्रोच टू टेक्नालॉजी इन एजुकेशन (आईटीई)’ (शिक्षा में टेक्नालॉजी के प्रति एकीकृत रुख) को लागू किया जाएगा। टाटा ट्रस्ट की आईटीई पहल को टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंसेज (टीआईएसएस), मुंबई चलाती है जो समाज विज्ञान का एक अग्रणी शिक्षा संस्थान है। ‘सूचना’ पश्चिम बंगाल का एक सामुदायिक संगठन है जो संथाली और कोरा आदिवासियों के साथ हाशिए पर रह रहे अन्य बच्चों की शिक्षा और स्वास्थ्य पर केंद्रित है।‘सूचना’ ने हाशिए पर रहने वाले समुदाय के बच्चों पर केंद्रित अच्छी शिक्षा को उनके करीब लाने का काम किया है। ट्रस्ट की ट्रस्टी गीतांजलि कृष्णन ने कहा कि, “टेक्नालॉजी से काफी कुछ ठीक हो जाता है और बहुत कुछ संभव होता है। ‘सूचना’ का इस क्षेत्र में अच्छा रिकार्ड है और आदिवासी गांवों में इसने पढ़ाई को बढ़ावा दिया है तथा बहुत ही बढ़िया टेक्नालॉजी और शिक्षा का मेल तैयार किया है।”
