फिरोज आलम/ रमेश राय
सगरद्वीप। लघु कुम्भ को रुप में कुछ दिनों के लिये तब्दील हुए गंगासागर की पावन धरती में जीवन के तमाम रंग नजर आ रहें हैं। पेश है कि देश के धार्मिक मेले में द्वितीय स्थान रखने वाले मेले की कुछ झलकियां।

ममता जी को भी ज्ञान सुना दिजीएगा

गंगासागर में जगदगुरु शंकराचार्य मीडिया कर्मियों के साथ बातचीत कर रहें थें। वहां उनके पास गंगासागर के विधायक बंकिम हाजरा भी उनसे ज्ञान की बाते सुन रहें थें और विधायक साहब ने दक्षिणा या दान के स्वरुप दो सौ रुपये भी अर्पित किये और शंकराचार्य जी से जाने की अनुमति मांगी। जगदगुरु ने मजाकिया लहजे में हंसते हुए कहा कि ममता जी को भी ज्ञान सुना दिजीएगा।

तीन रोटी से ज्यादा नही

गंगासागर मेले में व्यवस्था को सम्भालने आये तमाम सिविक वालंटियर सागरद्वाप में व्यवस्था को सम्भालने में रात दिन लगे हुए है। लेकिन ऐसे तमाम वालंटियर व राज्य सरकार के कर्मी रहें जिन्हें यहां पेट भर रोटी के लिये भी तरसना पड़ा। मीडिया कर्मियों के पास ही फूडकोर्ट में इनके लिये भी खाने की जगह थी। जहां खाना परोसने वाले इनसे कहते देखें गये कि तीन रोटी से ज्यादा नहीं मिलेगा। वहीं मीडिया कर्मी यहां रोज चिकन और मटन उड़ा रहें हैं।

हर कोई लाइव

सागर मेले में देश के विभिन्न भागों से आये आम तीर्थयात्री हो या फिर मीडिया, पुलिस व राज्य सरकार के कर्मी अवसर मिलते ही शोसल मीडिया में लाइव हो रहें है। एक बस कंडक्टर को यह भी होश नही रहा कि बस चालु हो चुकी है लेकिन वह बस के पीछे फेसबुक पर लाइव में व्यस्त रहा। बस चालक के चिल्लाने चिखने पर उसे होश आया।

पलक झपका की माल गायब

गंगा सागर में स्नान करने आये ऐसे लोगों की कमी नहीं रही जो सागर डुबकी लगाकर निकले थें कि उनका सामान गायब होता रहा। नंग धड़ंग अवस्था में ऐसे लोगों की स्थिति को देखकर आंख भर आना स्वाभाविक है।साफ हे तोहा था। लोग पुण्य स्नान कर संगम से निकले की उनका समान छू हो जा रहा था।

साधु बाबा का तिलस्म

यहां साधु समाज की एक अलग ही दुनियां ही बसी हुई है। रात भर साधुओं को भक्तों के साथ चिलम पिते हुए देखा गया तो वही साधु समाज लोक कल्याण के लिये भजन किर्तन भी करते रहें। एक साधु अपने भक्तों को समझा रहा था उसे आशिर्वाद से पता नहीं कितने लोग विधानसभा व लोकसभा पहुंच गये। कितने लोग रंक से राजा हो गये।

सेल्फीे लिया क्या

सागर के राजा के राजा कपिल मुनि के क्षेत्र में आये लोग पुण्यार्थी हों या फिर पुलिस, एनडीआरएफ, रेडक्रास, मेडिकल टीम या फिर स्वंयसेवी संस्थाओं के लोग हर किसी को यहां सेल्फी लेते हुए देखा जा रहा है। यहां आये लोग यहां आने के अवसर को संजो कर रखना चहते थें।

थोड़ी मोहब्बत थोड़ा प्रपंच

गंगा सागर की पावन धरती पर जहां पु्ण्यार्थी भगवद भजन में मग्न थें वहीं ऐसे भी लोग थें जो पुण्या स्नान व मेले में ड्युटि के लिये आये थे। यहां ऐसे लोग अपने साथी के साथ सागर तट पर थोड़ी मोहब्बत थोड़ा प्रपंच को अंजाम दे रहें हैं। ड्युटि के लिये आये कई महिला कर्मियों को थोड़ी मोहब्बत थोड़ा प्रपंच के जाल में गिरते देखा जा सकता है । रात के जवान होने के साथ ही यहां थोड़ी मोहब्बत थोड़ा प्रपंच का खेल चल रहा है।

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