गंगासागर में अबतक 13 लाख पुण्यार्थियों का समागम
जल-थल मार्ग में सुरक्षा की पुख्ता व्यवस्था
पंचायत मंत्री ने किया हर व्यवस्था के पुख्ता का दावा

जगदीश यादव/ फिरोज/ जाकिर
फोटो रमेश राय

सगरद्वीप। गंगासागर में मकर संक्रांति के पुण्य स्नान 15 जनवरी को है लेकिन गंगासागर में जन आस्था का जन आस्था का सैलाब धीरे धीरे उमड़ने लगा है। कचुबेरिया से ही तीर्थयात्रियों का रेला देखा जा रहा है। जहां देखों वहां ही तीर्थयात्रियों का जत्था भक्ति भावना के साथ सगरद्वीप की पवित्र धरती पर कदम रखकर अपने आप को निहाल समझ रहा था। वहीं कपिलमुनि मंदिर रंगीन प्रकाश साज्जा में जगमग कर रहा है। तमाम नगा ‍साधु समाज के लोगों का एक अलग संसार भी यहां बस गया है।एक संवाददाता सम्मेलन में पंचायत मामलों के मंत्री सुब्रत मुखर्जी ने बताया कि अभी तक पांच लाख पुण्यार्थी गंगासागर में पुण्य स्नान कर चुके हैं और आठ लाख पुण्यार्थी सागर तट में आ चुके हैं। यानी 13 लाख पुण्यार्थिा हो यों का समागम यहां हो चुका है। मंत्री सुब्रत मुखर्जी ने बताया कि दो पुण्यार्थियों असम निवासी अनिमा दास (57) व हावड़ा निवासी विकास बेज (54) यहां गंभीर तौर बीमार हुए है।विकास को हार्ट अटैक हुआ है । दोनों एयर एम्बूलेंस से महानगर कोलकाता के अस्पताल में भेजा गया है। उत्तम व्यवस्था पर राज्य सरकार का पीठ ठोंकते हुए कहा कि यहां पर फायर हो या फिर पेयजल व पुलिस व्यवस्था यहां उपयुक्त है। जिले की डीएम डा. पी उल्गानाथन ने कहा कि अभीतक मेले में किसी अप्रिय घटना की सूचना नही है। यहा 10 हजार पुलिस कर्मी तैनात है और सुरक्षा की पुख्ता व्यवस्था है। दक्षिण चौबीस परगना जिले की डा. पी उल्गानाथन ने  एक बार फिर जिला प्रशासन सह राज्य सरकार की व्यवस्था को बेहतर बताते हुए  कहा कि मेले में सुरक्षा व्यवस्था हो या फिर पुण्य स्नान के तहत साफ सफाई से लेकर तमाम व्यवस्था दुरुस्त है। मेले में सुरक्षा व्यवस्था चाक चौबंद है और ड्रोन व हेलिकप्टरों से मेले पर निगाह रखा जाएगा। डीएम ने बताया कि एक हजार सीसीटीवी कैमरे लगाये गये हैं और जल से लकेर थल मार्ग पर भी सुरक्षा की पुख्ता व्यवस्था है।वाच टावरों से तमाम मेले पर निगाह रखी जा रही है।  वैसे तो करीब तीन लाख की आबादी वाला सागरद्वीप वर्ष भर सूना पड़ा रहता है, लेकिन मकर संक्रांति आते ही यह दुधिया रोशनी से जगमगा उठता है। इस मौके पर यहां लगने वाले गंगासागर मेले में हर बार की तरह विविध तरह के साधु-सन्यासी पहुंच चुके हैं। रंग-बिरंगे खिलौने और तरह-तरह के सामान से अटी दुकानों की कतार सजने लगी है। तीर्थयात्रियों की सेवा में विभिन्न स्वयंसेवी संस्थाएं जुट गई हैं। सागरतीर्थ का इतिहास बेहद समृद्ध है। इसमें किवंदंतियों से लेकर तमाम ऐतिहासिक साक्ष्य भी मौजूद है। पर, इन सभी के ऊपर आस्था सबसे भारी है।इधर मेले में बजरंग परिषद के द्वारा यहां आये लापता लोगों को रखनेफिर उन्हें उनके परिजनों से मिलवाने का काम किया जा रहा है ।एक प्रश्न के उत्तर में पंचायत मंत्री ने कहा कि गंगासागर में इस साल रिकार्ड संख्या में पुण्यार्थी स्नान करेगे। लाखों संख्या में पु्ण्यार्थियों को पेयजल बितरित किये गये है। जिला प्रशासन का अनुमान है कि संगम में  डुबकी लगानेवाले  श्रद्धालुओं की संख्या लगभग 50 लाख होगी। प्रशासन ने सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए हैं ताकि श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की असुविधा ना हो।  इसे देखते हुए जगह-जगह पर भारी पुलिस बल तैनात किया गया है। वहीं सीसीटीवी कैमरों व ड्रोन व हेलिकप्टर से भी भीड़ पर नजर रखी जा रही है।

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