कहा, केवल बंद ही नही है आन्दोलन का रास्ता
सीएम ममता ने काकद्वीप में प्रशानिक बैठक की
अवैध नर्सिंगहोम व भवनों पर दिये निगरानी के निर्देश
गंगा सागर मेले पर भी की अधिकारियों से चर्चा

ओबैदुल्ला लस्कर
डायमंड हार्बर/कोलकाता। एनआरसी और सीएए कानूनों और विभिन्न अन्य मांगों को निरस्त करने की मांग को लेकर देश भर के वामपंथियो ने 7 जनवरी को बंद बुलाया है। ऐसे में आज मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने काकद्वीप स्थित हारवुड प्यांट में कहा कि बंद ही किसी समस्या का समधान नही हो सकता है। बंद के जरीये ही सिर्फ आन्दोलन किया जा सकता है ऐसा नही है। विरोध के अन्य तरीके भी है। इस दौरा सीएम ममता बनर्जी ने प्रशासन को बंद के दिन राज्य की व्यवस्था सक्रिय रखने का निर्देश दिया। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने दक्षिण 24 परगना जिले के काकद्वीप स्थित हारवुड प्यांट तटीय पुलिस थाना क्षेत्र के हलधर चाक मैदान में एक प्रशासनिक बैठक की। बैठक के दौरान, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि राज्य को बंद के लिए विपक्ष के उक्त आह्वान का समर्थन नहीं किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि बंद कर ही आंदोलन नहीं होता है। इसके अन्य तरीके भी है। इसके अलावा, मुख्यमंत्री ने कई मुद्दों पर चर्चा की। जेएनयू पर पूछे गये सवाल व मीडिया कर्मियों के साथ बातचीत में सीएम ममता बनर्जी ने कहा कि अजीब बात है कि एनआरसी जैसे मुद्दों पर हर किसी इंसान को पाकिस्तानी करार दिया जाता है। यह तो लोकतंत्र का गला घोटने जैसी बात हुई। पाकिस्तान व भारत की तुलना ठीक नही है दोनों में काफी अंतर है। लोकतांत्रिक व्यवस्था में सरकारें आती जाती रहेगी लेकिन लोकतांत्रिक व्यवस्था को जिंदा रखना होगा। आज देश में जिस तरह से एक फासिस्ट सर्जिकल स्ट्रइक को अंजाम दिया जा रहा है यह बेहद शर्मनाक है। ऐसा इस देश में कभी नही हुआ था। केन्द्रीय सुरक्षा कर्मियों को भाजपा नेताओं की सुरक्षा में तैनात किया जाना कहां का इंसाफ है।केन्द्रीय सुरक्षा कर्मी देश की सुरक्षा के लिये होते है। दिल्ली के सीएम केजरीवाल भी पुलिस के आगे लचार है कारण पुलिस उनकी बात सुन ही नही रही है। यह कैसा देश का काम चल रहा है। सीएम ने कहा कि आप देखिये, विरोध के आवाज का गला घोंटने और कुचलने के लिए सरकार किस हद तक जा सकती है।’ वहीं काकद्वीप में बैठक की शुरुआत में, मुख्यमंत्री ने बुलबुल तूफान से प्रभावित सुंदरवन की स्थिति के बारे में जानकारी ली। उन्होंने प्रभावित क्षेत्रों में बचे कार्य को पूरा करने के लिए जिला प्रशासन को निर्देश दिया। उन्होंने बैठक के दौरान गंगासागर मेले को लेकर कई गंभीर मुद्दों उल्लेख किया और मेले को शांति के साथ सम्पन्न कराने के लिये अपनी बात भी कही। उन्होंने जिला के डीएम और पुलिस को यह निर्देश दिया कि गंगासागर मेले को व्यवस्थीत तरीके से सम्पन्न किया जा सके। यही नही मुख्यमंत्री ने जिले में अवैध नर्सिंगहोमों और जिले के विभिन्न हिस्सों में अवैध रूप से भवन निर्माण पर की प्रशासन को निगरानी रखने के निर्देश दिए। बैठक में जिले के उस्ती में रविवार एक स्कूल की छत पर पिकनिक कर रहे तीन लोगों की करंट लगने से मौत पर भी सीएम ने दुख प्रकट किया । मुख्यमंत्री ने बिजली व पुलिस विभाग को घटना की जांच का आदेश भी दिया।

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