सागर द्वीप में पुण्य स्नान की तैयारी शुरु
उन्नत संसाधनों से लैश होंगे मेला पदाधिकारी
महानगर से सागर तक तीसरी आंख से निगरानी

जगदीश यादव/ रमेश राय
कोलकाता। कुम्भ मेले के बाद देश भर में दुसरा सबसे बड़ा धार्मिक मेला गंगा सागर मेला सागद्वीप में 9 जनवरी से शुरू होगा व 17 जनवरी को समापन होगा। इस मेले में इस बार देश विदेश के लगभग 35 से 40 लाख से ज्यादा श्रद्धालुओं के हिस्सा लेने की उम्मीद है। आज दक्षिण चौबीस परगना जिला के डीएम डॉ पी उलगनाथन ने एक संदाददाता सम्मेलन में आज बताया कि देश के सबसे बड़े धार्मिक मेलों में शुमार है। ऐसे में दक्षिण 24 परगना जिला प्रशासन ने मेले की तैयारियों को अंतिम रूप देने का काम शुरू कर दिया है। दक्षिण 24 परगना के डीएम ने बताया कि मेलार्थियों की सुविधा के लिए जिला प्रशासन और मेला कमेटी ने कमर कस ली है। गंंगासागर तीर्थ स्नान संगीनों के साये में होगा क्यो सरकार किसी भी हाल में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर सझौता नहीं कर सकती है। वैसे जिला के डीएम डॉ पी उलगनाथन ने बताया कि अगर कोई पुण्यार्थी देश के किसी भी कोने में है और वह किन्हीं कारणों से गंगा सागर का पुण्य स्नान आकर नहीं कर पा रहे हैं तो ऐसे लोगों के लिये लिये जिला प्रशासन गंगा सागर का पवित्र जल उनके घर भेज सकती है। इसके लिये बस समान्य तौर पर डिलीवरी खर्च वहन करना होगा व जिला प्रशासन को गंगा सागर पवित्र जल के लिये ई-आवेदन करना होगा। यही नहीं पुण्यार्थियों के लिये घर बैठे ई- स्नान के तहत तीर्थ सामग्री पैक की व्यवस्था का लाभ उठाया जा सकता है। डीएम डॉ पी उलगनाथन ने बताया कि संगार संचार टेक्नोलाजी के मार्फत दूर संचार व जन सम्पर्क सेवा को अति दुरुस्त किया गया है और गंगा सागर मेले में राज्य सरकार के कम से कम चार मंत्री मौजूद रहेगें। डीएम ने एक सवाल के जवाब में बताया कि कैब या एनआरसी का सागर मेले में कोई प्रभाव पड़ने वाला नहीं है और सागर मेला 2020 में तीर्थ यात्रियों की रिकार्ड संख्या होगी। मिली जानकारी के अनुसार मेला नियंत्रण कक्ष से 40 किलोमिटर के मध्य 150 अधिकारी विशेष तौर पर मौजूद रहेगें। जिला प्रशासनिक सूत्रो ने बताया कि तीर्थ यात्रियों की सुरक्षा व उनकी देखभाल पहली प्राथमिकता है। जिला प्रशासनिक सूत्रो ने बताया कि इस बार सागर मेले में कम से कम 30 एसपी, 86 डीएसपी, 210 इंस्पेक्टर, 633 एसआई व एएसआई रैंक के पदाधिकारी नियुक्त किये जा सकते हैं। जबिक 3000 सिपाही, 2000 होमगार्ड व एक हजार सिविक वालिटीयर कर्मी सुरक्षा व्यवस्था के लिये तैनात होगें। जबकि कोलकाता से लेकर सागरद्वीप तक सैंकड़ों सीसीटीवी कैमरे, दर्जनों ड्रोन,दर्जनों हिलेलिएम गुब्बारे से मेले पर निगाह रखी जाएगी। वहीं मेगा कंट्रोलरुम से मेले के चप्पा चप्पा से निगाह होगी। हेमरेडियो कर्मियों की भी सहायता ली जाएगी। गंगासागर मेला स्थल में साफ सफाई बढ़ाने के लिए इस बार करीब 10 हजार शौचालय बनाए जाएंगे। दक्षिण 24 परगना जिले में लगने वाले इस मेले में देश के विभिन्न हिस्सों से लाखों श्रद्धालु भाग लेंगे। राज्य सरकार की ओर से श्रद्धालुओं की सुविधा व सुरक्षा के लिए कई उपाय किए जा रहे हैं। मेले की सुरक्षा के लिए पर्याप्त मात्रा में पुलिस दल की तैनाती भी की जा रही है। प्रशासनिक सूत्रों ने एक अनुमान पर बताया कि मेले का वजट इस साल अनुमानिक तौर पर एक अरब रुपये से काफी अधिक हो सकता है।किसी भी स्थिती से निपटने के लिये सैटेलाइट फोन से लेकर हर स्तर का इस्तेमाल जिला प्रसाशन द्वारा की जा सकती है। वहीं तीसरी आंख सैंकड़ों सीसीटीवी से कोलकाता से लेकर सागर तक निगाह रखी जाएगी और मेगा स्क्रीन पर कंट्रोल रुम से तमाम गतिविधियों पर पैनी नजर रखी जाएगी। होवर क्राफ्ट भी यहां सुरक्षा के तहत तैनात होंगे। हर साल की तरह ही सरकार ने प्रत्येक श्रद्धालु के लिए पांच लाख की बीमा कराने का भी निर्णय लिया है। गंगासागर मेले के लिए श्रद्धालु आखिरी समय में उमड़ने वाली भीड़ से बचने के लिए पहले ही यहां जुटने शुरू हो गए हैं। मेला क्षेत्र के विभिन्न चौराहों, रेलवे स्टेशनों तथा लॉट संख्या-8, कचूबेडिय़ा, नामखाना, काकद्वीप में पुलिस सहायता केंद्र, अस्थायी चिकित्सा शिविर की व्यवस्था की गई है। पुण्यार्थियों से अधिक किराया ना वसूला जाए, इसके लिए प्रशासन ने विभिन्न स्थानों से लांच और बस किराए का ब्यौरा भी जारी किया है। ताकि पुण्यार्थियों को किसी तरह की परेशानी का सामना न करना पड़े। मेला क्षेत्र में दूर संचार की उत्तम व्यवस्था के लिए बीएसएनएल समेत अन्य मोबाइल ऑपरेटिंग कम्पनियों को सतर्क किया गया है। चोर उच्चकों के लिये विशेष व्यवस्था से निपटने की तैयारी भी हो गय़ी है। जिला प्रशासन के सूत्रों ने बताया कि मेले के दौरान सागर क्षेत्र में सुरक्षा के व्यापक प्रबंध किए जाएंगे। पुलिस, आपदा प्रबंधन, सिविक पुलिस के अलावा तटरक्षक अलर्ट व तैनात रहेगे। संवाददाता सम्मेलन में जिला सभाधिपति शेख शमीमा, एएसपी (संदरबन) प्रवीण प्रकाश मौजूद रहें।

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