देर रात रंगरेलिया मनाते 30 गिरफ्तार

रमेश राय
कोलकाता। कहते है कि गंदा लेकिन उनके लिये एक धंधा है। कोलकाता पुलिस की एंटी-ह्यूमन ट्रैफिकिंग टीम ने रात भर महानगर कोलकाता के चार स्थानों पर ब्यूटी सैलून और स्पा में छापे मारे। साथ ही पुलिस ने रंगरेलिया मनाने के आरोप में सैलून मालिकों और दलालों सहित कुल 30 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तारों में सात महिला यौनकर्मी है। पुलिस ने बताया कि जादवपुर के प्रिंस अनवर शाह रोड की तीन मंजिला मंजिल पर चल रहे सेक्स रैकेट गिरोह का भाण्डाफोड़ किया व स्पा के मालिक सह कुल आठ आरोपियों सहित 30 को गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने बताया कि भवानीपुर के भगवान महाबीर सरणी स्थित ‘ सुईट एंड शॉवर’ फैमिली सैलून और स्पा’ से एओक यौनकर्मी को बरामद किया है। साथ ही यहां से पुलिस ने एक मैनेजर, दो दलाल और नौ ग्राहक को गिरफ्तार किया है।गरियाहाट के रासबिहारी एवेन्यू स्थित एक अड्डे में छापे मार कर पुलिस ने छह यौनकर्मियों को बचाया है । साथ ही यहां से पुलिस ने मैनेजर सहित दो ग्रहकों को भी गिरफ्तार किया है। इसके अलावा पुलिस ने मध्य कोलकाता के न्यू मार्केट क्षेत्र के मिर्ज़ा ग़ालिब स्ट्रीट में भी छापे मारे। यहां के गाइज एंड डल्स ब्यूटी पार्लर में पुलिस ने छापेमारी की व इसके मैनेजर, दो दलालों और तीन ग्राहकों को गिरफ्तार किया गया। साथ ही देह के धेधे से छह लड़कियों को बचाया गया। देह के व्यवसाय में लिप्त सभी लड़कियां गरीबी की मार से त्रस्त है। पुलिस ने बताया कि ‘‘लड़कियों के तस्कर गरीब लड़कियों को सैलूनों व पार्लर में पहुंचाने के अलावा उन्हें और भी कई तरह के धंधों में झोंक रहे हैं। अच्छा काम का लालच देकर सैक्स के धंधे में धकेल दिया जाता है। गरीब घर की युवतियों व महिलाओं को विदेश में ऊंची तनख्वाह का सब्जबाग दिखाकर देह के अवैध धंधे में धकेला जा रहा है। बात करने पर पुलिस के एक अदिकारी ने बताया किइस धंधे में आने के देखिये बहुत सारे कारण है कि महिलाएं देह व्यापार में लिप्त हो जाती हैं। सबसे हम पुरुष प्रधान समाज में रहते हैं और महिलाएं जो शिक्षित नहीं है वो आज भी पुरुषों के हिसाब से ही चलती हैं। क्योंकि अशिक्षित महिला के पास घर चलाने का कोई जरिया नहीं होता और उस समय उनके सामने एक तरीका घर चलाने का या अपने बच्चे पालने का सिर्फ देह व्यापार ही बचता है। और एक बार कोई महिला इस तरह के धंधे में फंस जाती है तो उससे आने वाली पीढियां भी फिर इसी तरह के कामों में लिप्त होकर रह जाती हैं।

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