काले झंडे दिखा मुकुल गो बैक के नारे लगाये
पुलिस व भगवा खेमा के नेताओं के बीच तनातनी

जयदीप यादव/ शिव कुमार
कोलकाता। मटियाबुर्ज में आरएसएस कर्मी पर गोलीबारी मामला ने अब व्यापक तौर पर तूल पकड़ लिया है। आज दोपहर को पोर्ट अंचल के बाबूबाजार में भाजपा नेता मुकुल राय, प्रदेश भाजपा उपाध्यक्ष बिश्वप्रिय राय चौधरी, पूर्व सांसद अनुपम हाजरा, सब्यसांची दत्ता सहित कई वरीय भाजपा नेताओं को पुलिस ने रोक दिया। मुकुल राय की कार को देखकर वहां मौजूद भीड़ ने काले झंडा दिखाया व मुकुल राय गो बैक के नारे लगे। भाजपा नेताओं को इस दिन गार्डेनरीच स्थित मटियाबुर्ज में आरएसएस कर्मी पर हमले के खिलाफ विरोध सभा में जाना था। लेकिन आरोप है कि पुलिस ने सभा को पहले ही रोक दिया था। वहीं काफी पहले ही पुलिस ने भगवा खेमा के नेताओं को जनसभा के रास्ते में रोक दिया। मामले पर घटना स्थल पर मुकुल राय ने ममता बनर्जी सरकार पर अपना आक्रोश व्यक्त किया और कहा, ” तृणमूल के गुण्डों ने हमें ममता के इशारे पर सभा होने से पहले रोक दिया है।” राय ने कहा कि सभा का कार्यक्रम पूर्व घोषित था लेकिन हमे पुलिस ने बल प्रयोग कर रोक दिया । भाजपा नेताओं को रोके जाने से पहले पोर्ट अंचल में सैंकड़ों की संख्या में पुलिस कर्मी व रैफ तैनात ही नही किये गये थे बरन वाटर कैनन से लेकर प्रदर्शन से लेकर हर स्थिति से मुकाबले के लिये पुलिस ने व्यवस्था को अंजाम दिया था। गौरतलब है कि बीते दिनों गार्डेनरीच के मटियाबुर्ज इलाके में आरएसएस कार्यकर्ता बीरबहादुर को गोली मार दी गई थी। गंभीर हालत में उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इसके बाद बीजेपी ने आरोप लगाया कि यह हमला टीएमसी के कार्यकर्ताओं ने कराया है। इसे लेकर बीजेपी और आरएसएस के कार्यकर्ताओं ने जगह-जगह विरोध प्रदर्शन भी किया। वही मटियाबुर्ज में आरएसएस कार्यकर्ता पर गोलीबारी कांड के खिलाफ बुधवार को महानगर कोलकाता का सियालदह अंचल में उत्तेजना फैल गयी थी। इस दिन दोपहर को सियालदह स्टेशन अंचल से रैली निकालने से रोकने पर हिंदू जागरण मंच के सदस्यों की पुलिस के झड़प भी हुई थी व पुलिस ने 60 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार भी किया था।

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