रमेश राय
कोलकाता/हावड़ा। महानगर कोलकाता सहित हावड़ा में जहां बिग बजट के दुर्गा पूजा मंडप श्रद्धालुओं की भीड़ को अभी से ही मंडप तक खींच रहे है तो वहीं कम बजट के दुर्गा पूजा मंडप भी श्रद्धालुओं को आकर्षित करने में कामयाब हो रहे है। आज से ही मंडपों में भीड़ देखी जा सकती है। दक्षिण कोलकाता में तमाम पूजा कमेटिया छोटे बजट में उम्दा आयोजन करने के लिये जाती रही है। इसी तरह बेहला स्थित साहापुर पंचवटीतल्ला सम्मिलीनी ने कम बजट में सादगी को सामने रखकर दुर्गा पूजा थीम को पेश कर रही है और अभी से ही पूजा मंडप में भीड़ देखी जा सकती है। इसी तरह छोटे बजट में हमेशा आकर्षक थीम बनाकर श्रद्धालुओं की भीड़ को अपने मंडप तक खींच कर लाने वाले सलकिया शांति संघ इस बार भी कुछ अलग करने की कोशिश में है। कुटीर शिल्प और चंदननगर के प्रसिद्ध विद्युत सज्जा के जरिये मंडप के अंदर मंदिर-सा माहौल दर्शाने की कोशिश है। पंडाल को कमल फूल का आकार दिया जा रहा है। पूजा की शुरुआत वर्ष 1952 में हुई थी. उत्तर हावड़ा का यह सबसे पुराने पूजा में एक है.

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