तारण ताल बने महानगर के कई अंचल
मेयर ने बताया कोलकाता के हालात बेहतर
इंटरनेट सहित बिजली सेवा भी प्रभावित

फोटो-पुषन चक्रवर्ती।

दानिश/जाकिर/स्मृति/नवीन
कोलकाता। महानगर कोलकाता तथा आसपास के जिलों में शुक्रवार दोपहर से ही भारी बारिश का कहर जारी है।लगातार बारिश होने से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। दैनिक यात्रियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। अलीपुर विभाग की ओर से बताया गया है कि अगले 24 घंटे तक कोलकाता और उपनगरीय क्षेत्रों में बारिश होगी. इसके अलावा कूचबिहार, बांकुड़ा, पुरुलिया, अलीपुरद्वार, जलपाईगुड़ी और सिलीगुड़ी के विस्तृत इलाके में भी भारी बारिश का अलर्ट मौसम विभाग ने जारी किया है. बंगाल की खाड़ी में निम्न दाब बनने की वजह से बांग्लादेश और पश्चिम बंगाल के विस्तृत इलाके में मूसलाधार बारिश हो रही है. राज्य के हुगली, मेदिनीपुर, और पुरुलिया के कुछ क्षेत्र बाढ़ की चपेट में बताए जा रहे हैं. सावधानी बरतते हुए राज्य सरकार की ओर से प्रत्येक जिले में शिविर लगाए जा रहे हैं जहां बाढ़ पीड़ितों के रहने, खाने, चिकित्सा आदि की व्यवस्था की जा रही है। महानगर कोलकाता में शुक्रवार सुबह 8.30 बजे से शनिवार सुबह 8:30 बजे तक लगभग 137.6 मिलीमीटर बारिश हुई है। इस दिन अलीपुर में सुबह 8:30 से 11 बजे तक 48.5 मिलीमीटर बारिश हुई।कोलकाता के निम्न इलाकों में जलजमाव है। इससे लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।कोलकाता नगर निगम की ओर से जल निकासी के लिए ठोस कदम उठाए गए हैं। बारिश से बेहाली का दृश्य यह रहा कि सेंट्रल एवेन्यू, कॉलेज स्ट्रीट, शेक्सपियर सरणी और बेहाला, कालीघाट समेत कई अन्य इलाके में लोग घुटने तक पानी में आते-जाते नजर आए। मौसम विभाग के क्षेत्रीय निदेशक जी. के. दास ने बताया ​कि बांगलादेश और आसपास के तटवर्ती इलाकों में बने चक्रवाती तूफान के कारण कोलकाता समेत दक्षिण बंगाल में अगले 2 दिनों तक भारी बारिश होगी। इसके अलावा उत्तर बंगाल के भी कुछ हिस्सों जैसे कि दार्जिलिंग, अलीपुरद्वार, कलिम्पोंग में भारी बारिश की संभावना है। जी. के. दास ने बताया कि दक्षिण बंगाल के कई जिलों में भी आगामी 2 दिनों तक भारी बारिश होगी जिनमें कोलकाता समेत अन्य जिले शामिल हैं। रविवार से बारिश थोड़ी कम होने की संभावना है।कुछ घण्टों की बारिश में महानगर के कई स्थानों पर जलजमाव हो गया। रवींद्र सरोवर, रवींद्र सदन, पार्क स्ट्रीट, सेंट्रल एवेन्यू, बड़ाबाजार, मानिकतला अंडरपास, अमहर्स्ट स्ट्रीट, ठनठनिया, बेहला, पंचाननतला समेत कई इलाकों में जलजमाव की समस्या से लोग परेशान हुए। कोलकाता नगर निगम मुख्यालय के सामने भी जलजमाव देखा गया।मौसम विभाग की ओर से भारी बारिश की संभावना के बाद कोलकाता नगर निगम में कंट्रोल रूम खोला गया है। इस कंट्रोल रूम के जरिये 24 घण्टे हालातों पर निगरानी रखी जाएगी।मूसलाधार बारिश के बीच राज्य सरकार ने कुछ एहतियाती कदम उठाये हैं. लोगों की शिकायतों और समस्याओं के समाधान के लिए कोलकाता नगर निगम में कंट्रोल रूम खोला गया है जबकि दूसरा कंट्रोल रूम राज्य सचिवालय के आपदा प्रबंधन विभाग में खोला गया है जहां लोग बारिश और बाढ़ की वजह से होने वाली परेशानियों से संबंधित जानकारी दे सकेंगे. सूचना मिलने के तुरंत बाद राज्य सचिवालय से संबंधित क्षेत्रों के जिलाधिकारियों, पुलिस अधिकारियों और आपदा प्रबंधन की टीम को जानकारी भेजी जाएगी ताकि मुसीबत में फंसे लोगों को मदद मुहैया कराई जा सके. इसके अलावा राज्य सरकार ने सभी जिलों के लिए अलर्ट जारी कर आपदा प्रबंधन टीम और जिला प्रशासन को संयुक्त समन्वय बनाकर भारी बारिश वाले क्षेत्रों में लोगों की मदद के लिए तत्पर रहने को कहा है. मौसम पर लगातार नजर रखी जा रही है. इसके लिए राज्य सरकार के अधिकारियों ने मौसम विभाग के पदाधिकारियों के साथ बैठक की है. विभाग की ओर से बताया गया है कि अगले 24 घंटे तक कोलकाता और उपनगरीय क्षेत्रों में बारिश होगी. हावड़ा जिले के विश्व प्रसिद्ध बेलूर मठ में भी लगातार बारिश की वजह से पानी जम गया है. इसके कारण यहां रहने वाले महात्माओं और सेवकों को काफी परेशानी हो रही है. खास बात यह है कि स्वामी रामकृष्ण परमहंस और विवेकानंद की याद में बनाए गए इस मठ में दुनिया भर से श्रद्धालु नियमित तौर पर आते हैं. पानी जम जाने की वजह से उन सभी लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. यहां पानी जम गया है. साथ ही कोलकाता सहित आसपास के कई क्षेत्रों में जलजमाव के कारण यातायात बाधित हो गई है. साथ ही जो लोग दफ्तर जा रहे थे उन्हें आज बारिश की वजह से काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. कोलकाता के मेयर फिरहाद हकीम ने भारी बारिश को लेकर कहा कि कुछ जगहों में ही जलजमाव है लेकिन ज्यादातर जगहों में स्थिति सामान्य ही है. अगर 4-5 घंटे बारिश नहीं हुई तो सड़को पर पानी कम हो जायेगा. साथ ही उन्होंने कहा कि कोलकाता की स्थिति फिलहाल चेन्नई और मुम्बई से बेहतर है.

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