पुरुष आयोग के लिये महानगर में रैली

जगदीश यादव
कोलकाता। पुरुष प्रधान समाज में महिला उत्पीड़न की बात कोई नई नही है। लेकिन पुरुष भी महिलाओं द्वारा किये गये उत्पीड़न के शिकार होंते है और उनकी आवाज आमतौर पर दबी ही रह जाती है। उक्त बात आज महिला मामलों की विशेषज्ञ व पुरुष आन्दोंलन की नामचीन चेहरों में एक डा. इंदु सुभाष ने कही। डा. इंदु सुभाष ने आज महानगर कोलकाता के न्यु मार्केट इलाके में अभिजान वेलफेयर एण्ड चैरिटेबल ट्रस्ट द्वारा आयोजित रैली में मुख्यतौर पर मौजूद थी। डा. इंदु सुभाष ने कहा कि कई भारतीय क़ानून महिलाओं के हक़ में हैं, इसलिए पुरुषों की सुनवाई नहीं होती। वधू उत्पीड़न मामलों में ज्यादतर देखा गया है कि केवल पुरुष ही नही बरन घर की महिलाएं भी वेवजह उस कथित अपराध की सजा भुगती है जिसे उन्होंने किया ही नही है। अभिजान वेलफेयर एण्ड चैरिटेबल ट्रस्ट के संस्थापक व चेयरमैन गौरव राय ने आज कहा कि भारतीय दंड संहिता की धारा 498ए के दुरुपयोग को रोकने के लिए उसमें संशोधन की आवश्यकता है। देश भर में पुरुषों के खिलाफ कई झूठे मामले दर्ज हो रहे हैं।ऐस में अब बहद जरुरी है कि पुरुष आयोग की गठन हो और सरकार उक्त दिशा पर गंभीरता के साथ विचार करे। इस रैली में सोमेन दास, अर्चना पाल, सत्यजीत गुप्ता, स्वदेश घोष आदी ने पुरुषों के हीत के लिये आवाज बुलंद की।

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