17 करोड़ की लागत से हो रही है मूर्ति तैयार
धूम मचाने की तैयारी में संतोष मित्र स्क्वायर

जगदीश यादव
कोलकाता। राज्य की दुर्गा पूजा की धूम सात समन्दर पार विदेशों में होती है। लेकिन अगर बात महानगर कोलकाता की नामचीन दुर्गा पूजा कमेटियों की हो तो इनके भव्यता के क्या कहने।मां दुर्गा की मूर्ति को सोने की साड़ी में देखने के बाद अब दर्शक महामाया दुर्गा की स्वर्ण प्रतिमा के दर्शन करेगें। इस साल, संतोष मित्र स्क्वायर पूजा कमेटी माता के भक्तों को स्वर्ण दुर्गा प्रतिमा के दर्शन कराएगी। मिली जानकारी में बताया गया है कि यह मूर्ति लगभग 17 करोड़ की लागत से बनाई जा रही है। इस मूर्ति का वजन 50-60 किलोग्राम होगा। आज एक संवाददाता सम्मेलन में पूजा आयोजकों ने उक्त जानकारी दी। सम्मेलन आयोजित किया। वर्ष 2017 में पूजा कमेटी ने दुर्गा प्रतिमा को 22 किलोग्राम सोने से तैयार साड़ी में दिखाया था और इस मूर्ति को देखने के लिये लोगों का रेला उमड़ा था। ठीक इसी तरह से उक्त पूजा कमेटी अब स्वर्ण दुर्गा मूर्ति से दर्शकों को अपनी ओर खिचेगी। स्वर्ण दुर्गा मूर्ति का निर्माण कलाकार मिंटू पाल कर रहे हैं। इन्होंने कई साल पहले देशप्रिय पार्क में सबसे बड़ी दुर्गा मूर्ति का निर्माण कर देशभर में हलचल मचा दी थी। अब मिंटू पाल का नाम माता दुर्गा की सबसे बड़ी स्वर्ण मूर्ति निर्माण के साथ जुड़ने जा रहा है।पूजा कमेटी के सचिव सजल घोष ने बताया कि स्वर्म प्रतिमा के निर्माण में स्वर्ण व्यवसाय से जुड़ी एक संस्थान का हाथ है लेकिन उक्त संस्थान फिलहाल अपना नाम सार्वजनिक करना नही चाहती है। वैसे बता दे कि भले ही मां दुर्गा की प्रतिमा सोने की होगी लेकिन दुर्गा परिवार के अन्य सदस्य श्रीगणेश, लक्खी, सरस्वती और कार्तिक की मूर्ति मिट्टी से बनी होगी। बहरहाल बता दे कि वर्ष 2017 में संतोष मित्र स्क्वायर में दुर्गा पूजा पंडाल के भीतर कथित तौर पर इलेक्ट्रिकल शाॅर्ट सर्किट होने के बाद वहां लोगों के प्रवेश और दर्शन पर रोक लगा दी थी। लेकिन कुछ घंटे बाद लोकनिर्माण विभाग से प्रमाण पत्र मिलने पर श्रद्धालुओं को दर्शन की अनुमति दे दी गयी थी। लोक निर्माण विभाग के सिविल और इलेक्ट्रानिक दलों ने पंडाल का निरीक्षण किया और फिर दर्शन के उपयुक्त होने का प्रमाण पत्र दिया। इसके बाद पुलिस ने लोगों को पंडाल में जाने की इजाजत दे दी। वैसे इस दौरान पूजा कमेटी की ओर से आरोप लगाया गया था कि व्यापक संख्या में दर्शक सोने की साड़ी वाली दुर्गा मूर्ति के दर्शन के लिये खिचे चले आ रहे थे इसलिये कुछ प्रभावशाली लोगों द्वारा कथित आग की अफवाह फैलायी गयी थी।

Spread the love
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
  •