रहस्यमय वारदात से सरसोना में सनसनी
पुलिस ने पति व बेटी को भेजा अस्पताल
फरवरी में मृतका के बेटे की भी मिली थी मकान से लाश

रमेश राय
कोलकाता। छुट्टी के दिन आज महानगर कोलकाता के दक्षिण शहरतलीय अंचल सरसोना में तब लोगों व मीडिया कर्मियों की भीड़ उमड़ी जब यहां के एक घर से एक महिला छाया चटर्जी (82) की सड़ी गली लाश तो मिली। लेकिन सभी हैरत में तब पड़ गये जब पता चला कि तीन दिनों से उक्त महिला की लाश के साथ उसके पति व और बेटी रह रहे थे। ऐसे में मामला रहस्यमय हो गया और फिर सरसोना का राखाल दास रोड मीडिया के केन्द्र में आ गया। घर के अंदर से दुर्गंध आने पर पड़ोसियों ने पुलिस को सूचना दी तो वारदात का खुलासा हुआ। लोगों से मिली जानकारी के बाद आज जब पुलिस मौके पर पहुंची तो कमरे में छाया मृत पड़ी हुई थी। तीन दिन पहले ही उसकी मौत हो गई थी, लेकिन पति एवं बेटी नीलांजना ने अंतिम संस्कार नहीं किया और शव के साथ रह रहे थे। मामले पर बात करने पर पुलिस ने बताया कि पुलिस ने शव को अस्पताल पहुंचाया। उसके पति और बेटी को भी इलाज के लिए अस्पताल पहुंचाया गया है। शव के साथ दोनों क्यों रह रह थे, इस बारे में पूछताछ की जा रही है। वैसे बता दे कि इसी साल फरवरी माह में इसी मकान में छाया चटर्जी के बेटे दीपांजन चटर्जी (68) की सड़ी गली लाश भी इसी तरह मिली थी। पुलिस का मानना है कि नहीं खाने के कारण ही छाया की मौत हुई होगी। जैसा की दीपांजन चटर्जी के मामले में हुआ था। इसी तरह की एक घटना गत 19 फरवरी को कोलकाता के बेहला इलाके से प्रकाश में आई थी। यहां एक मृतक बेटे के शव के साथ उसके मां-बाप पिछले तीन दिनों से रह रहे थे। यह क्षेत्र भी सरसुना थाना इलाके में ही पड़ता है। बता दे कि लोग वर्षों पहले घटी महानगर के रॉबिन्सन स्ट्रीट की घटना को आज भी नहीं भले होंगे। रॉबिन्सन स्ट्रीट की एक मकान के एक कमरे छह माह तक अपने घर के बेड पर बहन देवयानी दे और दो पालतू कुत्तों के कंकाल के साथ पार्थ दे नाम का एक इंजीनियर रह रहा था। बाद में उसने भी आग लगाकर अपनी जान दे दी थी। पिछले साल अप्रैल में एक युवक ने पेंशन की लालच में अपनी मां के शव को तीन साल तक फ्रिजर में रखा था और लगातार पेंशन उठाया करता था। वैसे बता दे कि महिला छाया चटर्जी की मौत कैसे हुई है इसकी अधिकारिक जानकारी पुलिस ने खबर के लिखे जाने तक नही दी थी। पुलिस का कहना है कि मामले की जांच हो रही है।

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