महानगर सहित राज्य भर में रथ यात्रा की धूम
जग के नाथ के भक्त खिंचते रहें देवरथ
मायापुर में अर्पित किये गये देवों को 56 भोग

रमेश/जाकिर/जयदीप
कोलकाता। गाजे बाजे,शंख व घंटे के भक्तिमय लय व जय जगन्नाथ के उद्धघोष के बीच महानगर कोलकाता सहित राज्य भर में रथयात्रा की धूम रही। आज रथयात्रा के अवसर पर टीएमसी सांसद नुसरत जहां ने यहां इस्कॉन मंदिर में पूजा की. नुसरत जहां ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और अपने पति निखिल जैन के साथ पूजा में शिरकत की. इस मौके पर नुसरत जहां ने लाल पाड़ की पीली साड़ी पहनी हुई थी. नुसरत ने कट्टरपथियों के डर से अपना लिबास नहीं बदला और वे बेखौफ होकर सिंदूर लगायी नजर आ रही थीं, साथ ही उन्होंने मेहंदी भी लगायी थी. इस मौके पर नुसरत के पति निखिल जैन भी मौजूद थे। नुसरत जहां ने पूजा के दौरान अक्षत छींटा और नारियल भी फोड़ा. पूजा के बाद नुसरत ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि मैं जन्म से मुसलमान हूं और आज भी मैं मुसलमान हूं. यह आस्था का मुद्दा है. मैं जानती हूं कि हर धर्म का सम्मान होना चाहिए. गौरतलब है कि भारतीय बिजनेस मैन निखिल जैन के साथ शादी करने के बाद नुसरत जहां ने सिंदूर लगाना और चूड़ा पहनना शुरू कर दिया, जिससे वे कट्टरपंथियों के निशाने पर हैं. नुसरत ने संसद में शपथ भी इसी वेषभूषा में लिया था.नुसरत जहां के खिलाफ हाल ही में इस्लामिक धर्मगुरुओं ने एक फतवा जारी किया है, नुसरत के खिलाफ फतवार सिंदूर और बिंदी लगाने के लिए जारी किया गया है। नुरसत जहां तृणमूल कांग्रेस की सांसद हैं और संसद भवन में शपथग्रहण के दौरान वे सिंदूर, बिंदी और हाथों में मेंहदी लगाए हुए नजर आईं थी। इस्लामिक धर्मगुरुओं ने इसको लेकर नुसरत के खिलाफ फतवा जारी कर दिया था और मुस्लिम व्यक्ति से शादी नहीं करने को लेकर भी उनकी निंदा की थी। फतवे पर प्रतिक्रिया देते हुए नुसरत ने कहा था कि वह धर्मनिष्पेक्षता में विश्वाश करती हैं। उन्होंने कहा था कि वे अभी भी एक मुस्लिम हैं और जो चाहेंगी वह पहनेंगी।महानगर कोलकाता का धर्मतल्ला इलाका हो या फिर हुगली जिले की ऐतिहासिक माहेश की रथयात्रा। भगवान का रथ खींचने को लेकर भक्तों में गजब का उत्साह दिखा। इस्कान की रथयात्रा में तो हजारों की संख्या में भक्त शामिल हुए।रथ यात्रा को लेकर कोलकाता से लेकर जिला पुलिस की ओर से सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किये गए थे।जैसे जैसे सुबह के बाद समय का चक्का चलता गया रथयात्रा को लेकर चहल पहल भी बढ़ती रही। इधर राज्य के नदिया जिले के मायापुर स्थित इस्कान मन्दिर में उल्टा रथ के मौके पर जगन्नाथ देव के लिए 56 भोग चढ़ाए गये। भोग में सफेद भात, पुलाव, खिचड़ी, जीरा राईस लेमन राईस, कच्चू साग, मानकच्चू, पटल, भिंडी सहित विभिन्न तरह के दाल एवं सब्जियां शामिल की गई हैं। इसके अलावा आम, कटहल समेत कई फलें के साथ ही पायस, मालपुआ एवं कई तरह की मिठाइयों को भी भोग में शामिल किया गया है।

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