सभी बूथों पर की केंद्रीय बलों की तैनाती की मांग
मामले पर दिया डीएम को ज्ञापन

जाकिर अली
हुगली। एक बार फिर सुरक्षा की मांग के तहत वह भी महानगर कोलकाता में मतदान कर्मियों ने विरोध प्रदर्शन करते हुए हंगामा किया। आज हुगली जिले के चुंचुड़ा घड़ी मोड़ पर मतदान कर्मियों ने विरोध प्रदर्शन करते हुए हंगामा किया व मां करते हुए कहा कि में सभी बूथों में केंद्रीय बलों को तैनाती हो व साफ सुथरा चुनाव तभी सम्भव है जब व्यवस्था पुख्ता हो।विरोध प्रदर्शन करते हुए इन्होंने कहा कि राज्य के लोगों को भी याद होगा कि गुजरे पंचायत चुनाव में मतदान के दौरान किस तरह से खूनखराबा हुआ था। आज शिक्षक, शिक्षाक्रीम, शिक्षानुरागी, एकामंच हुगली के द्वारा मातदान कर्मियों ने जिले के पिपुलदाती से एक जुलूस निकाला व चुंचुड़ा के घड़ीमोड़ तक गये। आन्दोंलनरत मतदान कर्मियों में ज्यादत्तर शिक्षक थें व बाकी अन्य सरकारी कर्मी। चुनाव आयोग से मतदान कर्मियों ने अपने कई सूत्री मांग को चुनाव कार्य के दौरान कार्यकर करने की मांग करते हुए कहा कि अगर ऐसा नहीं होता है तो हमलोग अपनी सुरक्षा के तहत मतदान कार्य का बहिस्कार करगें। मतदान कर्मियों ने कहा की हमारी मांग है कि प्रत्येक बूथ पर केंद्रीय बल तैनात किया जाना चाहिए। कारण हमारा इरादा मतदाताओं को मतदान का अधिकार सुनिश्चित करना है। चुनाव आयोग को भी बगैर पक्षपात के काम करना होगा। हमलोग जब मतदान लिये घर से बाहर जाते हैं तो परिवार के लोग सहम जाते हैं कि पता नहीं क्या होगा। जाहिर है कि अब हमलोगों का ऐसे माहौल में काम करना कितना मुश्किल है। मतदान कर्मियों ने आयोग को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर उनलोगों के पांच सूत्री मांग को नहीं माना जाता है तो वह लोग चुनाव कार्य नहीं करेगें ।उक्त लोगों ने जिले के डीएम को एक ज्ञापन भी दिया। ज्ञात हो कि शनिवार को ही राज्य चुनाव आयोग क नये विशेष पर्यवेक्षक अजय वी नायक ने आज अपने बयान में एक बड़ी बात कह दी। नायक ने कहा कि ठीक आज से 10 साल पहले बिहार में जो स्थिति थी वही स्थिति आज बंगाल में है। नाय़क ने कहा कि यही वजह है कि चुनाव के लिये राज्य के 92 फीसदी बूथ पर केंद्रीय बलों की तैनाती करनी पड़ रही है। नायक यहीं नही थमे, बरन उन्होंने कहा कि, बिहार के लोगों और राजनीतिक पार्टियो को समझ में आ गया है कि मारपीट से चुनाव नहीं जीता जा सकता है। लेकिन लगता है कि बंगाल में, कोई भी बात को अभी तक समझ नहीं पाया है।

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