कई अधिकारियों पर थे गंभीर आरोप

कोलकाता। चुनाव आयोग ने  राज्य में नौ लोकसभा सीटों के लिए सातवें और अंतिम चरण के मतदान के लिए अधिसूचना आज जारी कर दी। वही ऐसे में अब तीसरे चरण के मतदान से पूर्व चुनाव आयोग ने राज्य में सात पुलिस अधिकारियों का तबादला किया है । तबादले पर भजे गये अधिकारियों में  बांकुड़ा के एसडीपीओ सुकमल कांति दास भी शामिल हैं जिनके खिलाफ भाजपा सहित अन्य विपक्षी दलों ने आयोग से शिकायत की थी। ऐसा पहली बार हुआ है जब चुनाव आयोग ने आईपीएस स्तर से नीचे थाना और मंडल स्तर के अधिकारियों का तबादला किया है। आज जिन सात अधिकारियों का तबादला किया है उनमे बांकुड़ा के एसडीपीओ सुकमल कांति दास भी शामिल हैं जिनके खिलाफ बांकुड़ा के भाजपा उम्मीदवार सौमित्र खान ने चुनाव आयोग के पास लिखित शिकायत दर्ज कराई थी। उन्होंने आरोप लगाया था कि एसडीपीओ ने साजिश रचकर जिले के भाजपा कार्यकर्ताओं को फंसाना शुरू किया था और यहां तक कि सौमित्र खान की उम्मीदवारी को लेकर भी साजिश रच रहे थे। अन्य पार्टियों के लोगों ने भी उन पर सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के लिए काम करने का आरोप लगाया था जिसका संज्ञान लेकर चुनाव आयोग ने उन्हें चुनावी ड्यूटी से हटा दिया है। राज्य के मुख्य चुनाव अधिकारी आरिज आफताब के नाम केंद्रीय आयोग की ओर से भेजी गई चिट्ठी में साफ किया गया है कि जिन अधिकारियों को आयोग ने हटाया है उन्हें चुनावी ड्यूटी में तैनात नहीं किया जाना चाहिए। उल्लेखनीय है कि एसडीपीओ अलावा 6 थाने के प्रभारियों को हटाया गया है। इन 6 अधिकारियों में मुर्शिदाबाद के रघुनाथगंज थाने के प्रभारी सैकत रॉय , इसी जिले के फरक्का थाने के प्रभारी उदय शंकर घोष, मुर्शिदाबाद के शमशेरगंज थाने के प्रभारी विधान हल्दर, पश्चिम बर्दवान के बाराबनी थाने के प्रभारी अजय मंडल, इसी जिले के अंडाल थाने के प्रभारी राजशेखर मुखर्जी और उत्तर 24 परगना जिले के बीजपुर थाने के प्रभारी कृष्णेंदु घोष शामिल हैं।
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