कालीघाट,  दक्षिणेश्वर सहित अन्य मंदिरों में लगा भक्तों का तांता

पीएम मोदी व सीएम ममता ने दी शुभकामनाएं

कोलकाता। महानगर कोलकाता सहित राज्य भर में आज यानी पोयला बैशाख यानी बांग्ला नव वर्ष पर जहां लोगों की व्यस्तता चरम पर रही वहीं महानगर कोलकाता में इस दिन तो जैसे लोगों की बाढ़ सी आ गयी थी। जहां देखो वहां लोगों का रेला। न्यु मार्केट हो या फिर गरीयाहाट व कालीघाट अंचल। हर ओर लोगों की भीड़ खरीदारी के लिये भागती नजर आयी।कालीघाट, दक्षिणेश्वर के विख्यात काली मंदिर, बीरभूम के तारापीठ और अन्य मंदिरों में सुबह 5:00 बजे से ही भक्तों का तांता लग गया था। दक्षिणेश्वर मंदिर का कपाट सुबह 5:30 बजे खोला गया जिसके बाद सुबह 10:00 बजे तक मां काली की पूजा के लिए लोगों की लंबी लाइन लगी रही। इसमें बड़ी संख्या में महिला, पुरुष, युवा, बुजुर्ग हर आयु वर्ग के लोग शामिल थे। इसी तरह से कोलकाता के कालीघाट में भी पूजा करने वालों की भारी भीड़ थी।  ऐसे में आज पूरे महानगर सुरक्षा व्यवस्था भी चाक चौबंद रहे। इस दिन राज्य के निवासियों द्वारा भगवान गणेश और देवी लक्ष्मी की पूजा की जाती है। इस दौरान अच्छी बारिश के लिए बादलों की पूजा की जाती है। इस दिन लोग कोशिश करते हैं कि उनके ऊपर कोई कर्ज ना रहे। व्यापारी लोग इस दिन नया बहीखाता बनाते हैं जिसे हालखाता के नाम से जाना जाता है। पूजा के बाद ही इसमें हिसाब लिखना शुरू होता है। पूजा के दौरान पंडित मंत्र पढ़ते हैं और हालखाता पर स्वास्तिक का चिन्ह बनाते हैं। देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस मौके पर शुभकामनाएं प्रेषित की हैं।वही राज्य की सीएम ममता बनर्जी ने भी सोशल मीडिया पर लोगों का अभिवादन किया। केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो ने कामना करते हुए कहा कि आप सभी को बंगाली नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं। नया साल लोगों के लिए सुरक्षा, स्वास्थ्य और खुशियां लेकर आए। वैसे यह भी कहा जाता है कि पोयला बैशाख का अवसर और इससे जुड़े समारोह मुग़ल बादशाह अकबर के शासनकाल से शुरू हुए थे। कहा जाता है कि मुगल सम्राटों के शासनकाल के दौरान, हिजरी कैलेंडर का पालन करके किसानों से कृषि कर एकत्र किए गए थे।
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