कोलकाता। होली को इस राज्य मों दोल जात्रा कहा जाता है। अगर बात इस्कॉन मायापुरकी करे तो इसकी होली यानी दोल के क्या कहने। बता दे कि होली उत्सव  होली उत्सव (गौर पूर्णिमा) पर महानगर के साथ-साथ बंगाल समेत पूरे देश के विभिन्न हिस्सों से मायापुर में लाखों की संख्या में श्रद्धालुओं की भीड़ होती है। 21 मार्च को इस्कॉन के मुख्यालय मायापुर में होली उत्सव के दिन अंतरराष्ट्रीय स्तर पर गौर पूर्णिमा मनाया जाता है, जिसमें देश-विदेश से लाखों लोगों की भीड़ जुटती है। इस भीड़ को देखते हुए भक्तों की सुविधा के लिए इंटरनेशनल सोसाइटी फॉर कृष्णा कॉन्शियसनेस (इस्कॉन) मायापुर प्रबंधन ने त्योहार के दौरान कोलकाता से मायापुर तक के लिए जल परिवहन शुरू किया है। इसके लिए मूल रूप से 28 फरवरी, 4 मार्च, 7 मार्च और 20 मार्च को कोलकाता के मिलिनियम पार्क घाट से मायापुर के लिए जलदूत 1 क्रूज रवाना होगी। एक विज्ञप्ति के अनुसार मायापुर से कोलकाता के लिए 2 मार्च, 6 मार्च, 17 मार्च और 23 मार्च को वापस आयेगी। इस क्रूज में कुल 30 सीटों की व्यवस्था है और प्रति सीट का भाड़ा 2 हजार रुपये है।  इसकी बुकिंग अभी से ही शुरू हो गई है. हर पांच साल पर इस दिन आठ फीट ऊंची 2.5 टन की पंचतत्व देवी-देवताओं की मूर्तियों पर महाभिषेक किया जाता है। इस बार पांचवां वर्ष होने के कारण यह महा‍भिषेक होने वाला है, जिसके मद्देनजर अभी से ही भक्तों का आना शुरू हो गया है। यह जलदूत 1 क्रूज के सफर के दौरान खास बात यह है कि जल मार्ग के जरिए सुंदर दृश्यों और ताजी हवा का आनंद लेते हुए भक्त मायापुर कम समय में ही पहुंच जायेंगे।  कोलकाता से मायापुर जाने में जलदूत 1 क्रूज को कुल 5 से छह घंटे का समय लगेगा। हां, तो आप बिना किसी ट्राफिक जाम के मायापुर होली मनाने जा सकते है।
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