कोलकाता। भारत और बांग्लादेश के सशस्त्र बलों के बीच संबंधों को बढ़ाने के लिए बांग्लादेश सेना से संरक्षण प्राप्त एक संगठन के दिव्यांग बच्चों की एक टीम और उनके शिक्षक भारत की यात्रा पर हैं। ये भारतीय सेना के अतिथि हैं। अधिकारियों ने आज यह जानकारी दी। अधिकारियों ने बताया कि युवा पीढ़ी को शामिल करके होने वाली इस तरह की यात्रा से दोनों पड़ोसी देशों के बीच संबंध प्रगाढ़ होते हैं। बांग्लादेश के कर्नल शाहिदुल आलम के नेतृत्व में ‘प्रयास’ प्रतिनिधिमंडल 10 फरवरी से 14 फरवरी के बीच भारतीय सेना के आमंत्रण पर भारत आए हुए हैं। इस प्रतिनिधिमंडल में पांच दिव्यांग बच्चे और उनके पांच शिक्षक शामिल हैं। इन बच्चों और शिक्षकों ने ‘आशा स्कूल’ का दौरा किया। यहां पूर्वी कमान की सेना महिला कल्याण संगठन (एडब्ल्यूडब्ल्यूए) की क्षेत्रीय अध्यक्ष वीणा नरवाने ने बच्चों और शिक्षकों से बातचीत की। इस स्कूल की स्थापना जुलाई, 1981 में की गई थी। यहां रक्षा बलों के कर्मियों के दिव्यांग बच्चे पढ़ते हैं।

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