कुशीनगर।देश भर में जहरीली शराब से हर साल लोगों की मौते होती है लेकिन मौत के सौदागरों के खिलाफ कोई ठोस कार्रवाई नही हो पती है. कुशीनगर जिले के तमकुही तहसील में आज जहरीली शराब पीने से दो और लोगों की मौत हो गई। इसके साथ ही जहरीली शराब से मरने वालों की कुल संख्या सात हो गई है। गुरुवार को मरने वालों की शिनाख्त खैरतिया के रामवृक्ष निषाद (32) और खैरटिया के विजय (35) के रूप में हुई है। रामवृक्ष निषाद के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है, जबकि विजय का बिना पोस्टमार्टम अंतिम संस्कार कर दिया गया। जवही दयाल गांव के पास मौनी अमावस्या पर नारायणी नदी के तट पर मेला लगा था। मेले में कच्ची शराब बिकी और आस-पास के गांवों के लोगों ने इसे पिया। यह शराब जहरीली थी और इससे पीने वाले बीमार पड़ गए। जवही दयाल गांव के हीरालाल, अवधू और डेबा की पांच फरवरी की रात तबीयत ज्यादा खराब हो गई और सुबह होते-होते उनकी मौत हो गई। इसी तरह बेदूपार एहतमाली गांव के चंचल और खैरटिया गांव के मेघन प्रसाद की भी छह फरवरी की सुबह मौत हो गई। जहरीली शराब से हुई मौतों के लिए क्षेत्रीय विधायक एवं कांग्रेस विधान मंडल दल के नेता अजय कुमार लल्लू ने जिला प्रशासन, पुलिस और आबकारी विभाग को जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने कहा कि दो जनवरी को मुख्यमंत्री को ज्ञापन दिया था और इस इलाके में अवैध शराब और स्मैक के कारोबार की जानकारी देते हुए कार्रवाई करने की मांग की थी। ज्ञापन में अवैध शराब व स्मैक के कारोबार में तरयासुजान पुलिस की संलिप्तता का आरोप लगाते हुए उन्होंने जांच की मांग की थी।इसके बावजूद कोई कार्रवाई नहीं हुई। इसका परिणाम है कि जहरीली शराब के सेवन से सात लोगों की मौत हो गई। एसपी कुशीनगर राजीव कुमार मिश्र ने बताया कि पुलिस पूरे मामले की जांच में जुटी है।

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