शिवराज के हेलीकॉप्टर को भी नो इंट्री

रौनक शंकर कुमार
कोलकाता। अमित शाह और योगी आदित्यनाथ के बाद अब शिवराज सिंह चौहान के हेलीकॉप्टर को भी पश्चिम बंगाल में उतरने की इजाज़त नहीं दी गई है. इसे लेकर शिवराज सिंह चौहान ने ममता सरकार पर हमला बोला है। शिवराज ने कहा कि ममता राज्य में बीजेपी की लोकप्रियता से घबरा गई हैं। बता दें कि शिवराज सिंह चौहान आज खड़गपुर में रैली किया और ममता बनर्जी के खिलाफ जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि ममता बनर्जी हमलोगों से इतना डर गई है कि हेलीकॉप्टर को भी नो इंट्री कर रही है। मै कोलकाता से सड़क के रास्ते कार द्वारा आया हूं। अगर कार को भी रोका जाता तो पैदल ही आता लेकिन मुझे आने से कोई नहीं रोक सकता था। अगर इस राज्य में भाजपा की सरकार बनती है तो अराजक तत्वों के पर कहर बरपेगा। हम अराजकता को यहां रोकना चाहते हैं इसलिये यहां कहा जा रहा है कि मोदी हटाओ। पीएम मोदी से ममता डर गई है। सिंह चौहान ने कहा कि ‘ये लोकतंत्र पर हमला है। संविधान हमें इजाजत देता है कि अलग-अलग राजनैतिक दलों के लोग अपनी बात जनता के बीच रखें। आखिर ममता जी किससे डरी हुई हैं? बंगाल सरकार ये क्यों कर रही हैं? बहरामपुर में रैली थी, वहां हेलीकॉप्टर उतरने की अनुमति मुझे अभी तक नहीं दी गई है, मैदान की मंजूरी भी नहीं दी गई है। मोदी सरकार की लोकप्रियता से घबरा गई है बंगाल सरकार। वह किसी भी तरह से भाजपा के बढ़ते हुए रथ को रोका जाए, इसका प्रयास हो रहा है.’ इससे पहले मंगलवार को पश्चिम बंगाल के पुरुलिया में रैली की इजाज़त न मिलने के बावजूद यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वहां रैली की। योगी यूपी से झारखंड होते हुए सड़क के रास्ते से बंगाल पहुंचे और ममता सरकार पर जमकर बरसे। सीएम योगी ने कहाकि बंगाल में हमारी सरकार आई तो टीएमसी के गुंडे तख़्ती लटकाकर घूमेंगे। पुरुलिया की रैली में योगी आदित्यनाथ ने ममता पर पलटवार करते हुए कहा कि हम यूपी अच्छे से संभाल रहे हैं, आप बंगाल पर ध्यान दीजिए। हमारे यहां पंचायत चुनाव में एक भी हिंसा नहीं हुई, लेकिन बंगाल में बीजेपी कार्यकर्ताओं की निर्मम हत्या कर दी गई। दरअसल ममता ने कल कहा था कि योगी बंगाल छोड़ें, पहले यूपी संभालें. योगी ने मंच से कहा, ‘गर्व से कहो हम हिंदू हैं’। इतना ही नहीं, मंगलवार को बीजेपी के एक और नेता शहनवाज हुसैन की रैली को भी इजाजत नहीं दी गई थी। शिवराज ने कहा कि हेलीकप्टर को नहीं उतरने देना अन्याय का पारकाष्ठा है। सीेएम यहां पुलिस अधिकारियों के सात धरने पर बैठती है। अखिर हमे अपने ही देश में रोकने की कोशिश हो रही है यह तानाशाही नही तो और क्या है।

Spread the love
  • 8
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
    8
    Shares
  •  
    8
    Shares
  • 8
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
  •