हुगली/कोलकाता। एक बार फिर राज्य के हुगली जिले से एनआईए ने दो संदिग्ध आतंकियों को गिरफ्तार किया है। मिली जानकारी के अनुसार हुगली जिले के खगड़ागढ़ धमाके के मामले के अन्यतम दो आरोपियो कदीर काजी व हबिबुर उर्फ सज्जाद को आरामबाग से दबोचा गया है। इनलोगों को आज कोर्ट में पेश किया जहां कोर्ट ने दोनों को 12 फरवरी तक एनआईए की हिरासत में रखने का निर्देश दिया है। पुलिस सूत्रों के अनुसार एनआईए के हत्थे चढ़े इन आतंकियों के नाम सज्जाद अली (20) और कादर काजी (32) हैं। यह बीरभूम जिले के निवासी हैं। ये आरामबाग के डोंगल इलाके में यह कुछ दिनों से राजमिस्त्री का काम कर रहे थे। गुप्त सूचना के आधार पर छापेमारी कर इनकी गिरफ्तारी की गई है। उल्लेखनीय है दो अक्टूबर 2014 को पश्चिम बंगाल के तत्कालीन बर्दवान जिले के खागड़ागढ़ में एक दो मंजिले मकान में बम बनाने के दौरान जबरदस्त विस्फोट हुआ था। उस विस्फोट में दो आतंकियों शकील गाजी और करीम शेख की मौत भी हो गई थी। पुलिस ने घटनास्थल से दो नाबालिगों सहित दो महिलाओं गुलशान बीबी और अलीमा बीबी को गिरफ्तार किया था। जांच के दौरान पता चला था कि यह दोनों महिलाएं बांग्लादेश की प्रतिबंधित आतंकी संगठन जेएमबी की सदस्य हैं। इसके बाद मामले की जांच का जिम्मा सीआईडी को सौंपा गया। बाद में गृह मंत्रालय के निर्देश पर वर्ष 2014 के 10 अक्टूबर को एनआईए को जांच की जिम्मेदारी सौंपी गई। सूत्रों के अनुसार इस मामले में कुल 33 लोगों के खिलाफ केस दर्ज हुआ था जिनमें 25 लोग भारत की जेल में और एक बांग्लादेश की जेल में है। सोमवार रात आरामबाग से आतंकियों की गिरफ्तारी होने के बाद हुगली जिले के लोग सकते में हैं। आरोपी कादर काजी विस्‍फोटक बनाने में माहिर था. जबकि सज्‍जाद अली नौजवानों को गुमराह कर आतंकी संगठन में भर्ती करता था. जांच में इस बात के भी संकेत मिले हैं कि बोध गया में हुए ब्‍लास्‍ट के लिए विस्‍फोटक कादर ने तैयार किया था. एनआईए की जांच में सामने आया था कि दोनों आतंकी 2014 में बड़ी आतंकी वारदात को अंजाम देने की फिराक में थे. साजिश को अंजाम देने के लिए आतंकी बर्दवान के एक घर में बम बना रहे थे, तभी वहां ब्‍लास्‍ट हो गया. इस ब्‍लास्‍ट में बांग्‍लादेशी आतंकी संगठन को आतंकी मारे गए थे, जबकि एक गंभीर रूप से जख्‍मी हो गया था.

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