फिरोज आलम
कोलकाता।हर माता पिता की आंख तब भर आती है जब उनकी लाडली बेटी दुल्हन बनती है। लेकिन यहां अपनी लाडलियों को देख कर माता पिताओं की आंख उनके बेटी के विदाई के कारण नहीं भरी बरन उनकी आंखे खुशी से भर आई। जी हां, एक- दो नहीं बरन सैंकड़ों की संख्या में दुल्हनों की जब कतार लगी तो इस मौके पर मौजूद लोगों ने उल्लास के साथ आवाज निकाल कर इन मासूम कथित ‘बालिका वधूओं’ का स्वागत किया। मौका था यहां छात्राओं द्वारा द्वारा दुल्हन की रुप सज्जा प्रतियोगिता का। मटियाबु्र्ज स्थित गार्डेनरीच बंगला बस्ती एकेडमिक डेवलपमेंट सोसायटी द्वारा प्रतियोगिता का आयोजन किया गया था। जिसमें सोसायटी के महा सचिव शाहनवाज अंसारी ने मीडिया कर्मियों के साथ बातचीत में बताया कि दुल्हनों की रुप सज्जा प्रतियोगिता में 53 टीमें ने भाग लिया और हर टीम में 3 लड़कियां थी जिसमें से एक दुल्हन का किरदार अदा कर रही थी तो दो लड़कियां उसके मेकअप के लिए थी इस तरह कुल 53 टीमों में 159 लड़कियों ने भाग लिया। लोग यहां कल तक गोद में खेलने वाली लड़कियों को दुल्हनों की रुप सज्जा में देख कर दंग रह गये। जजों के सामने बड़ी चुनौती थी की अव्वल का चुनाव कैसे करे। बहरहाल प्रतियोगिता में दुल्हनों की रुप सज्जा में अत्यंत बेहतर प्रदर्शन करने वाली लड़कियों को पुरुस्कृत किया गया। शाहनवाज अंसारी ने बताया कि इस कार्यक्रम में वेस्ट बंगाल ज्यूडिशल सर्विस पास करने वाली गार्डेनरीच की शाहिना परवीन को गार्डेनरीच बंगला बस्ती एकेडमिक डेवलपमेंट सोसायटी द्वारा सम्मानित भी किया गया। कार्यक्रम में पार्षद मुमताज बेगन, ओसी (गार्डेनरीच) मसरिक अली आदी मौजूद रहें।

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