ममता बनर्जी के मंच से केन्द्र के खिलाफ शंखनाद
जुटेगें देश भर के दिग्गज मोदी विरोधी
शहर की फूल सकती है सांस
ग्राम अंचलों से आ गये लाखों तृणमूली

जगदीश यादव
कोलकाता। राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी लोकसभा चुनाव से पहले अपनी ताकत दिखाने के लिए सुबह होते ही एक महा रैली का नेतृत्व करेंगी। ऐसे में देशभर के विपक्षी दलों के दिग्गज मोदी विरोधी नेताओं की भीड़ जुट सकती है। भले ही कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी इस सभा में नहीं आये लेकिन उन्होने पत्र लिखकर ममता का समर्थन किया है। जैसा कि तय कि राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी इसी मंच से ही केन्द्र सरकार के खिलाफ शंखनाद करेगी। उन्होंने कहा है कि इसी दिन भाजपा को ताबूत में वह किल ठोंकेगी। खबर के लिखे जाने तक ब्रिगेड परेड ग्राउंड में होने वाली तृणमूल कांग्रेस की महारैली में शामिल होने के लिए राज्यभर से पार्टी के कार्यकर्ता महानगर कोलकाता पहुंच चुके थे और बचे लोग आ रहे थें। आज सुबह से ही अलीपुरद्वार, मालदा, जलपाईगुड़ी, मुर्शिदाबाद, पुरुलिया आदि क्षेत्रों से बड़ी संख्या में कार्यकर्ता हावड़ा और सियालदह स्टेशन पर पहुंचे थे। स्टेशन से इन लोगों ने रैली के जरिए कोलकाता तक मार्च किया। पार्टी की ओर से इनके रहने, खाने की व्यवस्था की गई है। इसके लिए हावड़ा और सियालदह स्टेशन के बाहर शिविर लगाए गए हैं। इसके साथ ही हावड़ा से सटे बड़ाबाजार में मौजूद धर्मशालाओं को तृणमूल कांग्रेस की ओर से बुक किया गया है जिसमें पार्टी के कार्यकर्ता ठहरें है। हावड़ा और सियालदह मंडल की सभी ट्रेनों में बड़ी संख्या में कार्यकर्ताओं सवार होते देखा गया हैं। बडी संख्या में पार्टी के कार्यकर्ता नारेबाजी करते हुए झंडा, बैनर, पोस्टर लेकर और हावड़ा सियालदह आदि स्टेशनों पर उतरकर कोलकाता की ओर कूच करते रहे।कुल मिला कर ममता बनर्जी की इस महा रैली से शनिवार यानी सुबह होते ही महानगर कोलकाता का जनजीवन ठप पड़ जाये और महानगर की सांस फूल जाये तो बड़ी बात नही होगी। वैसे बता देना उचित होगा कि सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस का मानना है कि यह रैली ममता बनर्जी को एक ऐसे नेता के तौर पर पेश करने के लिए है, जो लोकसभा चुनाव के बाद भाजपा के खिलाफ सभी दलों के नेताओं को एकसाथ लाएगी। रैली के लिये तमाम मंचो से लेकर हर स्तर की व्यवस्था पूरी हो चुकी थी और बस सभा के आरम्भ होने का इंतजार बस भर है। रैली में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, कर्नाटक के मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी, आंध्र के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू, पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा, जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला, उमर अब्दुल्ला, सपा प्रमुख अखिलेश यादव, राष्ट्रीय जनता दल के नेता तेजस्वी यादव, द्रमुक नेता एमके स्टालिन, भाजपा सांसद शत्रुघ्न, सिन्हा को रैली में आने का निमंत्रण भेजा गया है। इसके अलावा बसपा महासचिव सतीश मिश्रा, राकांपा प्रमुख शरद पवार, राष्ट्रीय लोकदल के अजीत सिंह, पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा, अरुण शौरी, पाटीदार नेता हार्दिक पटेल, जिग्नेश मेवाणी, झारखंड विकास मोर्चा के बाबूलाल मरांडी भी इस रैली में शामिल हो सकते हैं। भाजपा से इस्तीफा देने वाले अरुणाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंंत्री गेगांग अपांग भी इसमें हिस्सा ले सकते हैं।ममता बनर्जी इस रैली को भाजपा के लिए लोकसभा चुनाव में ‘मौत की दस्तक’ बता चुकी हैं। पुलिस व तृणमूल कांग्रेस सूत्रों ने बताया कि इस दिन बड़ी संख्या में देशभर से विपक्ष के मुख्य नेता उपस्थित होने वाले हैं इसलिए उन लोगों की सुरक्षा व सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए पांच बड़ा मंच तैयार किया जा रहा है। इन मंचों के सुरक्षा व्यवस्था चुस्त व पुख्ता होगी। जमीन से जहां सुरक्षा व्यवस्था को जहां बेहद चुस्त किया गया है वहीं आकाश मार्ग से भी यहां की सुरक्षा व्यवस्था बेहद पुख्ता होगी। हेलीकप्टर के अलावा ड्रोन के द्वारा महा रैली पर पैनी निगाह होगी तो सीसीटीवी कैमरे इस सुरक्षा को और पुख्ता करेगे। कुल मिलाकर गंगा सागर की तर्ज पर ही यहां सुरक्षा की व्यवस्था होगी और किसी भी आपात स्थिती से निपटने के लिये सुरक्षा कर्मी तैयार रहेगे। आज शाम तक ब्रिगेड परेड मैदान में मंच निर्माण का पूरा काम पूरा हो गया था।आज यहां हर और महा रैली की तैयारियां दिख रही थी। बैकग्राउंड में प्रतिष्ठित विक्टोरिया मेमोरियल के साथ पांच विशाल मंच को सजाने में सैकड़ों कार्यकर्ता बेरिकेड्स बनाने के कार्य को समापन की ओर ले जा रहे थें तो एलईडी स्क्रीन और तृणमूल कांग्रेस के झंडे लगाने के साथ ही चारों ओर पोस्टर लगा दिये गये थे। विशाल सभा का प्रबंधन करने के लिए रैली स्थल को 22 क्षेत्रों में विभाजित किया गया है। प्रत्येक जोन में सुरक्षा व्यवस्था की निगरानी के लिए कोलकाता पुलिस के एक डिप्टी कमिश्नर-रैंक के अधिकारी मौजूद रहेंगे। पुलिस के साथ, 3,000 पार्टी के स्वयंसेवक भी भीड़ को देखने के लिए में मौजूद रहेंगे। उन्होंने कहा कि हम एक ऐतिहासिक सभा की उम्मीद कर रहे हैं।हम राज्य प्रशासन द्वारा की गई सुरक्षा व्यवस्था से खुश हैं। डेकोरेटर्स के मुताबिक, नेताओं को देखने और सुनने के लिए दूर खड़े लोगों के लिए 1,000 माइक और 20 एलईडी स्क्रीन कार्यक्रम स्थल पर लगाए गये है। कोलकाता पुलिस के अतिरिक्त पुलिस कमिश्नर (मुख्यालय) जावेद शमीम ने बताया कि यहां आने वाले वाहनों के लिये मैदान में अतिरिकित व्यवस्था की गई है। अगर उक्त जगह वाहनों से भर जाती है तो वाहनों को विभिन्न मार्गों पर ही रोक दिया जाएगा। ऐसे में .हां आने वालों को पैदल ही सभा स्थल की ओर आना होगा। आज शाम से यहां डीसी स्तर के एक अधिकारी को तैनात किया गया है जो हर व्यवस्था को देख रहे है।

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