कहा, वे कांग्रेस की जीत पर ‘हिजड़ों’ की तरह नाच रहे हैं

जैसे ‘हिजड़े’ किसी के बच्चा होने पर नाचते है

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष के इस बयान की चौतरफा निंदा

कोलकाता। लगता है कि भाजपा प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष के बिगड़े बोल बचन सुधरने वाले नही है। अपने बयानों को लेकर अक्सर चर्चा में रहने वाली भाजपा प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष ने एक बार विवादित बयान दिया है। उन्होंने हिंदी पट्टी के तीन चुनावी राज्यों यानी मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की जीत का जश्न मनाने पर तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) को ‘हिजड़ा’ करार दिया। घोष ने कहा कि वह (टीएमसी के नेता) इस तरह नाच रहे हैं जैसे किसी के बच्चा होने पर हिजड़ा नाचता है, क्योंकि वे खुद बच्चे नहीं पैदा कर सकते। भाजपा का प्रदेश अध्यक्ष है भाई । यह भली भाँति जानता है कि हिजड़ों से अपनी पत्नी तक संभाली नहीं जाती, इसीलिए शर्मिंदगी से बचने के लिए वह अपनी पत्नी तक त्याग देते हैं।एक रैली में दिलीप घोष ने कहा, ‘कांग्रेस को राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में कुछ सीटें क्या मिली, टीएमसी हिजड़ों की तरह खुशी मनाकर नाच रही थी, जबकि उन्हें चुनावों में एक भी सीट नहीं मिली।’ भाजपा प्रदेश अध्यक्ष  ने कहा, ‘हम तीन राज्यों में हार गए हैं लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि कांग्रेस को ज्यादा वोट मिले हैं। कांग्रेस और बीजेपी को मिले वोटों की संख्या एक समान है। उन्होंने किसी तरह यहां-वहां से सीटें मैनेज की हैं लेकिन वह इस तरह से जश्न मना रहे हैं जैसे पूरा भारत जीत लिया हो।’ भाषण के दौरान दिलीप घोष यहीं नहीं रुके। उन्होंने टीएमसी की तुलना हिजड़े से की और कहा कि वह इस तरह नाच रहे हैं जैसे किसी के बच्चा होने पर हिजड़ा नाचता है क्योंकि वह खुद बच्चे नहीं पैदा कर सकते। उन्होंने कहा, ‘जब परिवार में नवजात जन्म लेता है तो कुछ लोग घर के बाहर सड़क पर नाचने आ जाते हैं। आप तो जानते ही हैं कि वे लोग कौन होते हैं? वे बच्चे पैदा नहीं कर सकते हैं। सिर्फ सड़क पर नाचते हैं और ढोल बजाते हैं।’  टीएमसी और बीजेपी के बीच यह वाकयुद्ध तब शुरू हुआ जब टीएमसी ने बीजेपी को रथयात्रा की अनुमति देने से इनकार कर दिया। टीएमसी ने कहा कि खुफिया तंत्रों की रिपोर्ट है कि अगर बीजेपी की रथयात्रा हुई तो बंगाल में साम्प्रदायिक दंगे हो सकते हैं इसलिए उन्हें रथयात्रा निकालने की अनुमति नहीं दी जा सकती है।
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