मौसम की मार से महानगर कोलकाता में कंपकंपी

ठण्ड ने तोड़ा खुद का रिकार्ड

न्यूनतम पारा13 डिग्री पर लुढ़का

पर्वतीय क्षेत्रों में फंसे सैकड़ों पर्यटक 

कोलकाता। जहां आंध्र प्रदेश के तटीय क्षेत्र में चक्रवात ‘फेथाई’ के कहर से बदहली का मंजार है । वहीं बंगाल की खाड़ी में 72 घंटे पहले उठे चक्रवाती तूफान पेथाई से राज्य में जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हो रहा है। आज राज्य आपदा प्रबंधन विभाग की ओर से बताया गया है कि गत रविवार से ही हो रही लगातार बारिश और हिमपात की वजह से पर्वतीय क्षेत्रों में सैकड़ों की संख्या में पर्यटक फंस गए हैं। राज्य के विभिन्न हिस्सों उत्तर और दक्षिण 24 परगना, हुगली, पूर्व और पश्चिम मेदिनीपुर, पुरुलिया, बांकुड़ा, पूर्व और पश्चिम बर्दवान, अलीपुरद्वार आदि क्षेत्रों में बड़े भू-भाग पर लगी फसल भी नष्ट होने की आशंका गहरा गई है। लगातार 72 घंटे से हो रही बेमौसम की बारिश ने रबी की फसल को काफी नुकसान पहुंचाया है। इधर निम्न दबाव से बंगाल की खाड़ी में उठे पेथाई चक्रवात की वजह से कोलकाता समेत हावड़ा, हुगली, उत्तर और दक्षिण 24 परगना, पूर्व तथा पश्चिम मेदिनीपुर समेत कई जिलों में रविवार शाम से लगातार बारिश हो रही है। इस वजह से आज महानगर कोलकाता का तापमान सामान्य से चार डिग्री नीचे लुढ़क गया है। इस वजह से ठंड बढ़ गई है। अलीपुर स्थित मौसम विभाग के मुताबिक, मंगलवार को कोलकाता का न्यूनतम तापमान 13 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो अब तक का सबसे कम है, जबकि अधिकतम तापमान 19 पर था। इस समय तापमान 16 से 17 डिग्री सेल्सियस के आसपास होना चाहिए लेकिन लगातार तीन दिनों से हो रही बारिश की वजह से मौसम बेहद सर्द हो गया है। कोलकाता समेत उन सभी शिल्पांचल जिलों में बारिश ने मुश्किलें बढ़ाई है, जो गंगा नदी के तट पर स्थित हैं। चक्रवात की वजह से क्षेत्रों में लगातार बारिश हो रही है। इससे ठंड बढ़ गई है। साथ ही, वायरल बीमारियां भी तेजी से फैलने लगी हैं। वहीं दार्जिलिंग और सिलीगुड़ी क्षेत्रों में रविवार से बारिश तथा तेज हवाएं चल रही है। दार्जिलिंग में हिमपात होने से सांदक्फू चोटी पर 100 के करीब पर्यटक फंसे हुए हैं। इसके अलावा राज्य के विभिन्न हिस्सों में यात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए चक्रवाती तूफान से विमानों की उड़ान का समय, रेलगाड़ियों की आवाजाही, राजमार्गों पर यातायात में असामान्य देरी हो रही है। दक्षिणी बंगाल में रविवार और सोमवार के बाद मंगलवार को भी तेज हवाओं के साथ बारिश हुई। इससे क्षेत्र में ठंड बढ़ी है और आर्द्र मौसम बना हुआ है। दार्जिलिंग और सिलीगुड़ी से प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार उत्तर बंगाल के विभिन्न पहाड़ों की चोटियों पर हिमपात और बारिश होने से यहां जनजीवन प्रभावित हुआ है और लोग अपने घरों में दुबके रहने को मजबूर हैं। पश्चिम बंगाल-नेपाल सीमा पर समुद्र तल से 3636 मीटर की ऊंचाई पर स्थित पर्यटन स्थल सांदक्फू में तीन इंच हिमपात हुआ है। आज तड़के से ही यहां 100 से ज्यादा पर्यटक फंसे हुए हैं जिन्हें सुरक्षित निकालने की कोशिश राज्य आपदा प्रबंधन की टीम कर रही है। इसके लिए जिला पुलिस के साथ-साथ अर्धसैनिक बलों की भी मदद ली जा रही है। उल्लेखनीय है कि आज सुबह ही मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे के दौरान यहां तापमान में और अधिक कमी होने, मैदानी क्षेत्रों में बारिश और ऊपरी चोटियों पर हिमपात होने की भविष्यवाणी की है इसके मद्देनजर विभिन्न क्षेत्रों में जिला प्रशासन और आपदा प्रबंधन की टीम ने समन्वय बनाकर तूफान की वजह से प्रभावित हुए लोगों और पर्यटकों को सुविधाएं मुहैया कराने में जुट गई है। मौसम विभाग ने स्पष्ट किया है कि बुधवार तक पश्चिम बंगाल में इसी तरह से रुक-रुक कर बारिश होती रहेगी और तापमान भी घटेगा।
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