शपथ समारोह भी नहीं अछूता

जगदीश यादव

कोलकाता।  हिंदु संस्कृति में पांच के अंक का व्यापक महत्व है। सूर्य, गणेश, शिव, शक्ति और विष्णु ये पंचदेव कहलाते हैं। ईश्वर यानी भगवान ने अपने अंश में से पांच तत्व-भूमि, गगन, वायु, अग्नि और जल का समावेश कर मानव देह की रचना की है। देखा जाये तो पश्चिम बंगल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का जीवन भी पांच के अंक से काफी प्रभावित माना जा सकता है। 27 मई 2016 को वह एक बार फिर से मुख्यमंत्री के पद की शपथ रेड रोड में लेंगी। ऐसे में उक्त दिन या यूं कहें कि समय भी पांच के अंक से ही प्रभावित है। उदाहरण के तौर देखें तो 27+05+2016 का मूल अंक 5 ही होगा। उनका जन्म 5 जनवरी को कोलकाता में हुआ है। ऐसे में यहां भी कहीं ना कहीं ममता दीदी उक्त अंक से प्रभावित हैं। वह जब 20 मई 2011 को मुख्यमंत्री बनी तो उनका कार्यकाल भी 5 साल 5 दिन का ही रहा।

ममता दीदी ने 1991 का चुनाव  दक्षिण कोलकाता संसदीय सीट से लड़ा और जीता भी। उन्होंने दक्षिणी कलकत्ता (कोलकाता) लोकसभा सीट से माकपा के बिप्लव दासगुप्ता को पराजित किया और वर्ष 1996, 1998, 1999, 2004 व 2009 में वह इसी सीट से लोकसभा सदस्य निर्वाचित हुईं। यानी वह उक्त क्षेत्र से लगातार 5 बार सांसद चुनी गई।

ममता बनर्जी 1976 में पश्चिम बंगाल महिला कांग्रेस की महासचिव बनीं जो कि यह पद उनके करिअर के लिये महत्वपूर्ण साबित हुआ औऱ फिर उन्होंने पिछे मुड़कर नहीं देखा। नजर डालें तो पता चलेगा कि उनका उपरोक्त साल भी 5  अंक से प्रभावित है। ममता बनर्जी के लिये उनके दौर का 18 सितम्बर 2012 का समय भी अहम है क्यों कि इसी समय उन्होंने केन्द्र की यूपीए सरकार से अपना समर्थन वापस ले लिया था। यह समय भी 5 से प्रभावित माना जा सकता है। सबसे बड़ी और उल्लेखनीय बात तो यह है कि 2016 के विधानसभा चुनाव में ममता बनर्जी ने अपने चिर परिचित विरोधी वाममोर्चा के उम्मीदवारों को मात्र 32 सीटों पर सीमित कर दिया। यह भी 5 के अंक से प्रभावित है।

पांच के अंक के बारे में पण्डित विजय कुमार उपाध्य़ाय शास्त्री ने बताया कि  अंक पांच का स्वामी ग्रह बुध को माना गया है और बुध को ग्रहों का युवराज माना जाता है। हर समय यह बली रहता है। लेकिन बहुत से गुणों व अवगुणों से भरा होता है।  लेकिन फिर भी अंक पांच की कुछ अपनी विशेषताएँ होती है जो इसे बाकी अंकों के जातको से भिन्न बनाती है। उक्त मूल अंक से प्रभावित लोग तर्क शास्त्र में अत्यधिक निपुण होते हैं। इसके अलावा । इस अंक से प्रभावित लोग जितने जिद्दी, निडर होंते हैं उतने ही भावुक भी।

Spread the love
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
  •  
  •