सुरेश प्रभु को ट्वीट कर एक के पिता ने मांगी थी मदद

कोलकाता। रेल मंत्र सुरेश प्रभु के कारनामें जारी है। एक बार फिर उन्होंने ट्वीट के माध्यम से मांगी मदद के तहत पश्चिम बंगाल की लापता दो लड़कियों को उनके परिजनों से मिलवा दिया है। इन लापता लड़कियों में से एक के पिता ने रेल मंत्री सुरेश प्रभु को ट्वीट कर उनकी मदद मांगी। इस ट्वीट से पूरा रेलवे हरकत में आ गया और दोनों लापता लड़कियां नासिक में सीएसटी की ओर जाने वाली ट्रेन में मिलीं। तनीषा चंद्रनाथ चटराज और अनिंदिता स्वपन भौमिक पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले की रहने वाली हैं। पिछले हफ्ते अनाउंस हुए सीबीएसई के 12वीं के परीक्षा नतीजों में उन्हें उम्मीद से कम नंबर मिले, इसलिए वे दोनों घर से भाग गईं। दोनों लड़कियों की उम्र 18 साल है। शनिवार को जब वे घर नहीं लौटीं तो उनके माता-पिता ने पुलिस में लापता होने की शिकायत दर्ज कराई। स्थानीय पुलिस ने दोनों लड़कियों के फोन ट्रैक कर पता लगाया कि वे मुंबई की ओर जा रही हैं। इसके बाद तनीषा के पिता ने मदद की गुहार लगाते हुए रेल मंत्री को ट्वीट कर दिया।

रेल सूत्रों ने बताया कि रेलमंत्री तुरंत हरकत में आए और उन्होंने सभी विभागों को लड़कियों को ढूंढने के निर्देश दिए। रेलवे प्रोटेक्शन फोर्स ने अपने कर्मियों को अलर्ट जारी किया कि वे सीएसटी और अन्य स्टेशनों के साथ-साथ शहर की ओर जाने वाले अन्य रूटों पर भी नजर रखें। उन्हें पश्चिम बंगाल से आने वाली ट्रेनों पर खास तौर पर नजर रखने को कहा गया। हालांकि इस दौरान पुलिस उनका फोन ट्रैक करती रही।सेंट्रल रेलवे के चीफ सिक्यॉरिटी कमिश्नर ए.के. सिंह ने बताया कि जब ट्रेन नासिक में रुकी थी, तो आरपीएफ के जवानों को दोनों लड़कियां रविवार को पश्चिम बंगाल से आ रही गीतांजलि एक्सप्रेस में सवार मिलीं। नासिक में आरपीएफ में काम करने वाले जुबेर पठान ने कहा, ‘हमें रविवार को मेसेज मिला था कि दो लापता लड़कियां मुंबई की ओर जा रही हैं और वे ट्रेन नंबर 12860, गीतांजलि एक्सप्रेस में सवार हैं। उस दौरान ड्यूटी पर तैनात राजश्री अहीर ने एक अन्य व्यक्ति की मदद से लड़कियों को खोज निकाला और उन्हें हिरासत में ले लिया।’ पूछताछ में दोनों लड़कियों ने अपने बारे में बताया। साथ ही कहा कि उन्हें 12वीं की परीक्षा में कम नंबर मिले थे, इसलिए वे घर से भाग निकलीं। तब तक तनीषा के पिता नासिक आ गए जहां उन्हें उनकी लड़कियों से मिलवाया गया। आरपीएफ ने हालांकि अनिंदिता को उनके साथ भेजने से मना कर दिया। लेकिन अनिंदिता के पिता ने आरपीएफ से अपनी लड़की चंद्रनाथ के साथ भेजने को कहा, जिसके बाद उसे भी उन्हें सौंप दिया गया। उक्त घटना से एकबार फिर  रेलमंत्री प्रभु का रेल में प्रभुत्व सामने आया है।

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