कहा, मोबाइल फोन के चार्जर के तार से कस दिया गला

आरोपी को आठ दिन की पुलिस हिरासत

कोलकाता।एक साथ जीने और मरने की कशमें खाकर अग्नि के साथ फेरे लेने वाली पत्नी ही जब अपने पति का गला घोंट दे तो फिर रिश्तो से मवाद ही नही बहुत कुछ निकलेगा। न्यूटाउन के बीबी ब्लॉक में रहने वाले कलकत्ता उच्च न्यायालय के अधिवक्ता रजत कुमार दे की रहस्यमय मौत मामले में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। रजत कुमार दे की पत्नी रजत कुमार दे अनिन्दिता पाल जांच अधिकारियों के सामने अपना गुनाह स्वीकरार किया है कि उसने अपने पति की हत्या की है। मृतक की पत्नी ने कहा कि उसने अपने पति की हत्या मोबाइल फोन के चार्जर के तार से की। पति के गले में तार फंसा कर उसने कस दिया जिसके कारण रजत की मौत हो गई। पुलिस ने आज अनिन्दिता को बारासात कोर्ट में पेश किया जहां कोर्ट ने उसे आठ दिन तक पुलिस हिरासत में रखने के निर्देश भी दिया है। पति हत्या की आरोपी के खिलाफ पति के साथ षड़यंत्र, सहित कई मामले व हत्या का मामला दर्ज किया है। वैसे जांच कर रही पुलिस टीम को पहले ही पता चला गया था कि रजत की मौत गिरने की वजह से नहीं बल्कि सांस रुकने की वजह से हुई है। न्यूटाउन थाने की पुलिस को पोस्टमार्टम की रिपोर्ट मिली है जिसमें इस बात का जिक्र किया गया है कि गला दबाकर उनकी हत्या की गई थी और इसे दुर्घटना का रूप देने के लिए शव को पलंग से नीचे फेंका गया था। इस रिपोर्ट के मिलने के बाद पुलिस ने घटना में हत्या की धाराएं लगाकर नए सिरे से मामला दर्ज किया है। वारदात गत शनिवार की है। उसके बाद से ही उनकी पत्नी अनिंदिता दे और उसका भाई अभिक पाल फरार हैं। दोनों की तलाश में पुलिस जुट गई है।पुलिस ने इस मामले में भारतीय दंड विधान की धारा 302, 201 और 120 बी के तहत मामला दर्ज किया था। प्राथमिक जांच में इस बात की भी पुष्टि हुई है कि पत्नी अनिंदिता से अधिवक्ता रजत दे की लड़ाई प्राय: रोज ही होती रहती थी। रजत से अनिंदिता ने दूसरी शादी की थी। इसके पहले भी उसकी एक बार शादी हुई थी जिससे उसने तलाक लिया था। वारदात वाले दिन भी दोनों पति पत्नी में लड़ाई हुई थी। पोस्टमार्टम में इस बात का जिक्र किया गया है कि किसी पतली तार या रस्सी के सहारे उनका गला बांधा गया था जिसकी वजह से सांस रुकने से उनकी मौत हुई है। हालांकि वारदात वाले दिन जब पुलिस मौके पर पहुंची तो वहां से ऐसी कोई चीज बरामद नहीं हुई। शुक्रवार को फॉरेंसिक की टीम ने भी अब घटनास्थल का दौरा किया । पुलिस ने मृतक की आरोपित पत्नी की तलाश तेज कर दी थी। बाद में उसे पूछताछ के लिये हिरासत में लिया गया जहां अनिन्दिता टूट गई। ज्ञात हो कि घटना के बाद करीब छह दिन का समय बीत जाने के बाद भी पुलिस ने इस मामले में अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं की थी। उसके बाद 29 दिसंबर यानी गुरुवार को कलकत्ता उच्च न्यायालय में नाराज अधिवक्ताओं ने एक दिन के लिए हड़ताल कर दिया था और चेतावनी दी थी कि अगर पुलिस इस पर तत्काल कार्रवाई नहीं करती है तो उनका आंदोलन और तेज होगा। रजत के पिता समीर दे भी उच्च न्यायालय के अधिवक्ता है। उन्होंने बताया कि शनिवार रात रजत के साले अभीक पाल ने उन्हें फोन कर बेटे की तबीयत खराब होने की जानकारी दी थी। बराहनगर स्थित अपने घर से वे गाड़ी लेकर न्यूटाउन के उनके फ्लैट में पहुंचे थे लेकिन वहां जाकर पता चला कि रजत बिधाननगर एसडी अस्पताल में हैं और चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया है। वह भागे-भागे अस्पताल पहुंचे। पोस्टमार्टम की मौखिक रिपोर्ट में के आधार पर पुलिस ने अस्वाभाविक मौत का मामला भी दर्ज किया था लेकिन आज तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई। घटना वाले दिन पुलिस ने अधिवक्ता की पत्नी से कुछ देर तक पूछताछ की थी लेकिन उसके बाद वह रहस्यमय तरीके से फरार हो गई थी। लेकिन कानून के हाथ तो लम्बें होते ही है।
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